उत्तराषाढ़ा नक्षत्र

स्वभाव एवं सामान्य घटना :- जातक संस्कारी, मृदुभाषी, साफ दिल तथा मासूम चेहरे वाला प्रतीत होता है। आडम्बर रहित साधारण जन्दगी जीता है। धार्मिक स्वभाव तथा सबका सम्मान करने वाला होता है। कई बार मिलने के बाद ही इन लोगों के बारे में कोई राय बन पाती है। अपना कार्य यह ईमानदारी से करते हैं। ये ना तो दूसरों को धोखा देते हैं और ना ही परेशानी में डालते हैं। अच्छी व्यावहारिकता के कारण कई बार स्वयं परेशानी में पड़ जाते हैं। जल्दी से किसी पर विश्वास भी नहीं करते तथा ना ही किसी दबाव में झुकना पसन्द करते हैं। कुछ हद तक चापलूसीपसन्द भी होते हैं। दूसरों से भलाई की आशा भी करते हैं। निर्णय लेते समय अपने सभी विश्वासी व्यक्तियों की पूर्ण सलाह लेकर ही नतीजे पर पहुँचते हैं। मतभेद की हालत में किसी से कटु वचन नहीं बोलते तथा अपने विरोधी से भी नाराजगी या दुर्भावना प्रकट किये बिना विचार-विमर्श करते हैं। छोटी उम्र से ही ये लोग जिम्मेदारियॉं उठाने में सक्षम हो जाते हैं। अगर सही तर्क से इन्हें अपनी गलती मनवा दी जाये तो माफी मॉंगने में भी संकोच नहीं करते। इनकी जिन्दगी के विभिन्न स्तरों पर जिन्दगी का अलग-अलग स्वरूप देखने को मिलता है।

शिक्षा, रोजगार एवं व्यवसाय के साधन :- साझेदारी में इनके अकसर असफल होने के आसार रहते हैं। कई बार ना चाहते हुए भी विवादास्पद स्थिति में आ जाते हैं। 38 वर्ष की आयु के बाद का समय इनके लिए चौतरफा सफलता और समृद्घि का समय होता है। रोजगार या व्यवसाय के मामले में वकालत, जज, बैंक, दवा, शिक्षा, जमीन, खेती, सामाजिक प्रवृत्तियॉं, रेलवे टांसपोर्टेशन तथा कभी-कभी अवैध एवं दो नम्बर से जुड़े धन्धों में इनका लिप्त होना पाया जाता है। कुछ लोग धार्मिक संस्थानों से जुड़े भी पाये जाते हैं।

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