आपने ओलंपिक में धावकों के कसरती बदन देखा होगा। अगर आप भी एक ओलम्पियन जैसा जिस्म चाहते हैं तो सबसे पहले यह जाने कि आपका शरीर किस किस्म का है।
विभिन्न किस्म के जिस्म होते ही इसलिए हैं कि अलग-अलग प्रकार की गतिविधियों में महारत हासिल करें। एक बड़ी वजह जो माइकल फेल्प्स 8 स्वर्णपदक जीत सके, वह यह है कि उनका शरीर तैराकी के लिए ही बना है। हर जिस्म की बनावट अलग-अलग होती है।
इसके अलावा यह भी महत्त्वपूर्ण है कि आप क्या काम करना अधिक पसंद करते हैं। कुछ का प्राकृतिक झुकाव दौड़ने की तरफ होता है तो कुछ वेट-लिफ्टिंग को प्राथमिकता देते हैं। अपनी दिलचस्पी और शरीर के प्रकार को बेहतर जानने से आप परफेक्ट वर्क आउट की योजना बना सकते हैं और शानदार फिजीक भी हासिल कर सकते हैं।
पौष्टिकता पर फोकस करें
आप धावक की तरह अपने जिस्म को शायद समय न दे पायें। वर्क आउट गोल कर देना भी आपके लिए आम बात हो सकती है। आखिरकार आपके पास और भी महत्त्वपूर्ण काम हैं, सही? लेकिन आप कम से कम यह यह तो कर सकते हैं कि अपने आहार पर पर्याप्त ध्यान दें। सही पौष्टिकता हर चीज की कुंजी है। चाहे ओलंपिक में पदक जीतना हो या दफ्तर में सफल होना हो। आपका जिस्म भी अन्य मशीन के तर्क का पालन करता है। सही ईंधन का नतीजा सही फिजिक होता है। साथ ही कैलोरी की गिनती के फेर में पड़ने के बजाए स्वस्थ्य चीजें खायें। यह बात आप पहले भी अनगिनत बार सुन चुके होंगे। लेकिन सच यही है कि फल, हरी सब्जियां और लीन प्रोटीन्स अच्छी सेहत का राज हैं।
अगर आपके आहार में शुगर की अधिकता हो तो यह सुनिश्र्चित कर लें कि आप पर्याप्त कसरत करते हैं। वजह यह है कि शुगर तेजी से पचती है और कसरत का अभाव पीछे वजन बढ़ा देता है।
बारम्बार खायें
दिन में 5-6 छोटे-छोटे मील लेने के अनेक लाभ हैं। सबसे पहले तो इससे शरीर की हजम करने की क्षमता बढ़ जाती है। जिसका अर्थ है कि आप अधिक कैलोरी बर्न करेंगे। साथ ही आपके जिस्म को कैलोरी स्टोर करने का झंझट नहीं उठाना पड़ता। धावक दिन में कई छोटे-छोटे मील लेते हैं। उनके आहार में प्रोटीन की अधिकता होती है। यह सुनिश्र्चित कर लें कि आपके आहार में प्रोटीन और कार्बोहाइडेट का उचित मिश्रण है।
आइना देखें
अच्छी सेहत और फिर बॉडी का अधिक ताल्लुक इस बात से है कि आप कैसे दिखायी देते हैं और कैसा महसूस करते हैं बजाए इसके कि आपका वजन कितना है। मसलन आप वजन कम करना चाहते हैं लेकिन इसलिए हो सकता है कि डिप्रेशन में हों कि वजन इच्छानुसार कम नहीं हुआ है। लेकिन इसकी वजह यह भी हो सकती है कि आपने एक तरफ फैट कम किया हो मगर दूसरी तरफ मसल मास विकसित किया हो जो फैट से भारी होता है। इसलिए तराजू पर चढ़ने के साथ-साथ रोजाना आइना भी देखें। हो सकता है कि आइना देखकर आप खुश हो गए हों और कसरत के लिए अधिक पेरित हो जायें।
खूब पानी पीयें
इसका अर्थ यह नहीं है कि आप जरूरत से ज्यादा पानी पीयें। मुद्दा यह है कि जिस्म कभी डिहाईडेशन महसूस न करे। पानी की जरा सी कमी भी जिस्म के परफॉमेंस को प्रभावित करती है और ब्लड सर्कुलेशन को खराब कर देती है। आप भले ही जिम में वर्क आउट कर रहे हों, लेकिन पर्याप्त पानी के बिना आपका शरीर कमजोरी महसूस करेगा और आपका उसेन बोल्ट जैसा शरीर नहीं बन सकता है।
कसरत पर अहिस्ता-अहिस्ता महारत हासिल करें
आप टेडमिल पर दौड़ने में माहिर हो सकते हैं और अब अपनी एक्सरसाइज में पाई कलिंग व स्विमिंग को शामिल करना चाहते हैं, दौड़ने की आपमें अच्छी क्षमता है, लेकिन अन्य कसरत करने में आपको कठिनाई हो सकती है। वजह यह है कि अलग एक्सरसाइज आपकी मासंपेशियों को अलग किस्म से चुनौती देती हैं। शायद आप नयी कसरत के लिए तैयार न हों। इसलिए नयी कसरत पर अहिस्ता-अहिस्ता महारत हासिल करें।
अपनी गतिविधियां बदलते रहें
विभिन्न गतिविधियों से जिस्म के विभिन्न हिस्से विकसित होते हैं। साथ ही एक ही कसरत को लम्बे समय तक करते रहने पर जो बोरियत होती है वह भी दूर हो जाती है। इसलिए कुछ-कुछ समय के बाद अपने कसरत के रूटीन में बदलाव लाते रहें।
-डॉ. माजिद अलीम
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