ऐसा नहीं है कि सेक्स के दौरान मात्र महिलाओं की पसंद-नापसंद ही मायने रखती है, बल्कि पुरुषों की पसंद-नापसंद भी काफी अहमियत रखती है। अगर दोनों ही एक-दूसरे की नापसंद के प्रति सतर्कता बरतेंगे, तभी पनपती है रिश्तों में गहराई।
सेक्स के दौरान पुरुषों को सबसे अधिक कोफ्त होती है, अगर उनका साथी यौनक्रिया के दौरान बेजान या रबड़ की गुड़िया की तरह बिस्तर पर पड़ जाए और अपनी तरफ से किसी प्रकार की सक्रियता ना दिखाए। इस तरह का रवैया सबसे खराब होता है, जिससे साथी पुरुष चिढ़-सा जाता है। चाहे पुरुष का रवैया कितना ही सकारात्मक क्यूं ना हो और वह अपनी साथी की संतुष्टि भी चाहता हो, किंतु महिला का ऐसा रवैया यौनक्रिया के दौरान अनेक प्रकार की समस्याएँ खड़ी कर देता है। बेहतर होगा कि सहवास के दौरान महिलाएँ भी उत्साह दिखाते हुए क्रियाशील रहें।
जिस प्रकार यौन क्रिया के दौरान महिलाओं को चुम्बन और स्पर्श अच्छा लगता है, उसी प्रकार पुरुषों को भी अच्छा लगता है। अतः इस मामले में झिझक और संकोच त्यागकर अपने साथी को रिझायें।
विशेषकर पुरातनपंथी महिलाओं के विचारानुसार रतिक्रिया में पुरुष ही अहम् भूमिका निभाता है, उसी की इच्छानुसार पूरी क्रिया चलती है। बेहतर होगा कि कभी-कभी तो महिलाएँ भी अपनी इच्छा दर्शाते हुए तथा स्थिति को अपने नियंत्रण में रखते हुए, अपने साथी को दिशा-निर्देश दें। यकीन मानिये उसे अच्छा लगेगा, क्यूंकि पुरुष भी कभी-कभी यौनिाया के दौरान नियंत्रण करने के बजाय नियंत्रित होना अधिक पसंद करते हैं।
अपने साथी के प्रति संवेदनशील बनें। जिस प्रकार महिलाएँ अपने साथी को संवेदनशील देखना चाहती हैं, वही दरकार पुरुषों को भी रहती है। पुरुष शारीरिक रूप से अत्यंत संवेदनशील होते हैं। अतः महिलाओं को उनकी संवेदनाओं का ख्याल उसी प्रकार रखना चाहिए, जैसा वे अपने पुरुष साथी से चाहती हैं। इस मामले में अहम् त्यागना ही बेहतर है।
याद रखें, परस्पर प्रतिदान ही यौन सुख का मूल है। जिस प्रकार महिलाएँ अपने पुरुष से यौन सुख चाहती हैं, उसी प्रकार उन्हें अपने साथी को वही सुख देना भी होगा। एकतरफा कोशिश किसी को भी रास नहीं आती। अतः उनकी भावनाओं का ध्यान रखें और अपने क्रिया-कलापों और बातों से दर्शायें भी कि आपको उसका कितना ख्याल है? उसे अच्छा लगेगा।
कुछ महिलाएँ, सेक्स के दौरान अपनी भावनाओं का तनिक भी इ़जहार नहीं करतीं। इससे उनका पुरुष समझ ही नहीं पाता कि उसका प्रेम करने का तरीका उसे पसंद भी आ रहा है या नहीं। अतः यौनक्रिया के दौरान अपने आनंदातिरेक का इ़जहार करें। इससे आपका साथी आनंदित ही नहीं होगा बल्कि उसे आपकी इच्छानुसार क्रिया करने में सहायता भी मिलेगी, जिससे निश्चित रूप से आप भी लाभान्वित होंगी।
निहायत जरूरी है कि अपनी सेक्स लाइफ को रोमांचक बनाने के लिए कुछ अपनी और से भी करें। मसलन – उसे रिझाने के लिए सेक्सी पोशाक पहनें और उसके इर्द-गिर्द रहें। फिर देखिये, आपकी ऐसी हरकत कैसे उसमें उत्साह भरने के साथ-साथ नीरसता भगाते हुए कामोत्तेजना का संचार भी कर देगी।
पुरुषों को बेहद नागवार गुजरता है, अगर उनका साथी यौनक्रिया के लिए कभी-भी अपनी ओर से पहल ना करे। विशेषकर, पुराने ख्यालों की महिलाओं के साथ ऐसी समस्या आती है। अपने साथी से भला कैसी झिझक और कैसी शर्म? अतः अपनी भावनाओं का प्रदर्शन करते हुए, अपनी ओर से पहल करते हुए, अपने पुरुष के दिल में घर बनाएँ।
प्रस्तुति- डॉ.नरेश बंसल
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