चिंतन के क्षण

भगवान की कृपा पर विश्वास, आत्मा की अमरता पर विश्वास तथा और अपने प्रारब्ध पर विश्वास। यदि इन तीन बातों पर विश्वास हो तो फिर किसी बात की किसी समय भी चिंता नहीं हो सकती।

प्रस्तुति – डॉ. विजयवीर विद्यालंकार

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