टेर मत कर मायारो गुमान
गुन्दी देही को अभिमान
जारा आण लागा काल
जमड़ा लुट ले जासी
जमड़ा लुट ले जासी ओस वाली
मोतीड़ा झड़ जाय जलभर खोक हो जासी
सुरा बाई सेर सामी झेल धड़ से
सिस अलगो मेल
करले ब्रज की छाती
छोड़ीया राव केसा रंक छोड़ीया
लाव लश्कर संग
छोड़ीया घुमता हाथी
बिछड़ी लाला माही री लाल
जारा कई वेलाहाल
ढलीया नैना रा मोती
नीट गयो सिगड़ी रोतेल
जारो बिगड़ गयो खेल
बुज गई दिया की बाती
बोलीया डूगर पूरी राज ज्हारा बैकुटा में बास
हसलो एकलो जासी
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