आज की तेज रफ्तार जिंदगी में मनुष्य को प्रतिदिन अनेक शारीरिक या मानसिक समस्याओं से गुजरना पड़ता है। यदि शारीरिक व मानसिक संतुलन को बरकरार न रखा जाए तो हमारी सेहत पर दुष्प्रभाव पड़ सकता है। इसके लिए आवश्यक है खानपान का सही ध्यान रखना। पौष्टिक भोजन ही हमारे शरीर को स्वस्थ रख सकता है। यदि दूध को पोषक पदार्थों का खजाना कहा जाए तो अनुचित न होगा। दूध एक सम्पूर्ण आहार है। इसमें हमारे स्वास्थ्य को बेहतर बनाने वाले सभी पोषक तत्व मौजूद रहते हैं। इसमें विटामिन, खनिज तत्व, कैल्शियम, फास्फोरस व प्रोटीन आदि तत्व आवश्यक मात्रा में मौजूद रहते हैं, साथ ही पोटेशियम (जो नाड़ी संचरण के लिए आवश्यक है), जिंक (जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता हैं), मैग्नीशियम (जिससे मांसपेशियां विकसित होती हैं) और कार्बोहाईडेट (जो शरीर को ताकतवर बनाता है) की मात्रा अधिक होती है।
दूध में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम मौजूद होता है। यदि प्रतिदिन दूध का सेवन न किया जाए तो शरीर में कैल्शियम की आपूर्ति कम होने की संभावना बनी रहती है। कैल्शियम युक्त पदार्थों का सेवन करने से बड़ी आंत का कैंसर होने की संभावना कम होती है। महिलाओं को कैल्शियम की अधिक जरूरत होती है, इसलिए उन्हें दूध का नियमित सेवन करना चाहिए। दूध या दूध से बने पदार्थों में, अन्य पोषक खाद्य-पदार्थों के मुकाबले अधिक कैल्शियम होता है। इसके अलावा दूध में विटामिन डी भी होता है, जिससे शरीर अधिक कैल्शियम सोख सकता है। कैल्शियम हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता पैदा करता है। यह हड्डियों के ऑस्टियोपोरोसिन नामक रोग का मुकाबला करने के लिए अति आवश्यक है और दूध में सम्पूर्ण मात्रा में मिल सकता है।
इसमें फैट, कार्बोहाइडेट, विटामिन “ए’ व अन्य खनिज जैसे फॉस्फोरस व रिबोफ्लेविन इत्यादि पोषक तत्व भी मौजूद हैं। इसके साथ ही दूध व इससे बने पदार्थ दांतों की सड़न, मुंह की अम्लता व दांतों पर प्लाक को जमने से रोकता है। इससे मुंह की लार बढ़ती है व दंत-छिद्र होने का खतरा कम होता है। बच्चों के लिए दूध को आवश्यक इसलिए माना जाता है, क्योंकि इसमें उपस्थित कैल्शियम शारीरिक विकास में अहम भूमिका निभाता है। दूध हर उम्र के व्यक्तियों के लिए फायदेमंद है, अतएव अपने दैनिक आहार में इसे शामिल करना न भूलें।
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