बिदांस की फायदे की दादागिरी

आमतौर पर चैनलों के बाजार में रिएल्टी शो पैसा जीतने के लिए जिस तकनीक का इस्तेमाल करते हैं, यूटीवी के बिंदास ने अपने शो दादागिरी के जरिए अब उस तकनीक को भी बदलने की कोशिश करनी शुरू कर दी है। इस शो में पचास लाख रुपये तो जीते गये, पर उसके लिए चैनल के लोगों ने देश भर के कॉलेजों में रैगिंग को रोकने के लिए काम किया और उसमें सफल होने वाले छात्रों को मौका मिला दादागिरी में भाग लेकर पचास लाख जीतने का। यूटीवी की जरीना मेहता कहती हैं, “यह पैसे का नहीं आत्मविश्र्वास को जीतने का शो था।’

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