माई री मैंने लियो है, रामैय्या ने मोल॥ टेर ॥
कोई कहे सस्तो, कोई कहे मँहगो।
लिनो है, तराजू में तोल॥ 1 ॥
कोई कहे घर में कोई कहे बन में।
राधा संग करत है किलोल॥ 2 ॥
मीरा के प्रभु, गिरधर नागर।
आवत् प्रेम की डोर॥ 3 ॥
माई री मैंने लियो है, रामैय्या ने मोल॥ टेर ॥
कोई कहे सस्तो, कोई कहे मँहगो।
लिनो है, तराजू में तोल॥ 1 ॥
कोई कहे घर में कोई कहे बन में।
राधा संग करत है किलोल॥ 2 ॥
मीरा के प्रभु, गिरधर नागर।
आवत् प्रेम की डोर॥ 3 ॥
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