राम से मीला दो, राजा राम से मीला दो।
ऐसे हनुमान सिया राम से मीला दो॥ टेर ॥
सरयू के तिर अयोध्या नगरी।
उस नगरी में रामा, प्राण तो बसावो जी॥ 1 ॥
राजा राम लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न।
उन चारों से रामा, हमको मिलावो जी॥ 2 ॥
लक्ष्मण मूर्छित पडयो धरती पर।
लाय सरजीवन रामा, प्राण तो बचाओ जी॥ 3 ॥
अन्जनी को पुत्र, महा बलयोद्धा।
इतनी अरज मोरी, राम से सुनावो जी॥ 4 ॥
तुलसी दास भजो, भगवाना।
राम दरश से रामा, भव तर जावो जी॥ 5 ॥
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