शादी हिन्दुस्तानी घरों में हमेशा से सबसे बड़े खर्चे का कारण रही है। आज भी है, लेकिन पहले ये महज समारोह थी, लेकिन अब यह एक बड़ा कारोबार भी है। जी, हां! आज भारत में हर साल सवा लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का शादी-ब्याह का कारोबार है। पहले शादियां घर-परिवार की ही जिम्मेदारियां थीं। जिस घर में शादी होती थी, वहॉं महीनों पहले से इंतजाम शुरू हो जाते थे। आज इन सबकी फिा की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह फिा किसी और ने अपने जिम्मे ले ली है।
देश में 20,000 से ज्यादा छोटी-बड़ी ऐसी इवेंट मैनेजमेंट कंपनियां उठ खड़ी हुई हैं, जो हर साल 25 से 30 हजार करोड़ रुपये के इस कारोबार में हिस्सा बॅंटाती हैं यानी 20 से 22 प्रतिशत शादियां अब दूल्हे-दुल्हन के घर वालों का सिरदर्द नहीं हैं बल्कि यह उन कंपनियों की जिम्मेदारी है, जो इनके प्रबंधन का जिम्मा लेती हैं और उसके बदले में एक अच्छी-खासी फीस हासिल करती हैं। लेकिन जब इवेंट मैनेजमेंट की बात आती है तो उसमें सिर्फ शादी-ब्याह जैसे समारोह ही शामिल नहीं होते बल्कि हर तरह के सूचनापरक, प्रमोशनल, वैयक्तिक और सार्वजनिक कार्याम भी अब इस तरह की कंपनियों के कामों का हिस्सा हैं।
यही वजह है कि इवेंट मैनेजमेंट एक बड़े कॅरियर क्षेत्र के रूप में न सिर्फ पिछले कुछ सालों में तेजी से उभरा है, बल्कि लगातार आगे बढ़ रहा है। फैशन-शो, भजन-संध्या, होली-मिलन, कार्पोरेट बिजनेस मीटिंग आदि न जाने ऐसे कितने काम हैं, जो आज कॅरियर मैनेजमेंट के भरोसे हैं। यही कारण है कि तेजी से इवेंट मैनेजमेंट कंपनियां उभर कर आ रही हैं। कुछ सालों पहले तक इस क्षेत्र की कोई निश्र्चित रूपरेखा नहीं थी। वजह यह थी कि यहां पहले से प्रशिक्षित लोग नहीं आ रहे थे, बल्कि काम करते हुए ही प्रशिक्षण हासिल कर रहे थे। पर अब ऐसा नहीं है। अब इन कंपनियों को ऐसे प्रोफेशनल उपलब्ध हैं, जो इस क्षेत्र के बारे में विस्तृत जानकारी रखते हैं। यही वजह है कि अब सामान्य लोगों की बजाय इवेंट मैनेजमेंट कंपनियां ऐसे लोगों को तरजीह देती हैं, जो पहले से ही इस क्षेत्र के बारे में जानकारी रखते हैं। उनके पास इस क्षेत्र को लेकर डिग्री/डिप्लोमा होते हैं। इसलिए इवेंट मैनेजमेंट क्षेत्र में कॅरियर बनाने के लिए जरूरी है कि इससे संबंधित डिग्री या डिप्लोमा हासिल किया जाए।
इवेंट मैनेजमेंट को लेकर ज्यादातर डिप्लोमा पाठ्याम हैं और आमतौर पर ये 12 महीने के या अधिकतम 18 महीने के पाठ्याम होते हैं। थ्योरी से लेकर प्रैक्टिकल तक सब कुछ शामिल होता है। इवेंट मैनेजमेंट के पाठ्याम आमतौर पर दो हिस्सों में बंटे होते हैं- पहले हिस्से में इवेंट मार्केटिंग, पब्लिक रिलेशंस, स्पांसरशिप, इवेंट प्लानिंग और इवेंट को-ऑर्डिनेशन जैसे विषय शामिल होते हैं, जबकि दूसरे हिस्से में इवेंट टीम, रिलेशनशिप में व्यावहारिक प्रशिक्षण, इस बारे में कानूनी स्थिति, एकाउंटिंग और लॉजिस्टिस की शिक्षा दी जाती है। दोनों ही हिस्सों में लगातार प्रैक्टिकल भी शामिल होता है। प्रैक्टिकल टेनिंग के रूप में शादी-समारोहों, कार्पोरेट कंपनियों के लाभांश वितरण कार्यामों, सिने अवार्ड कार्यामों, फैशन-शो, ज्वेलरी एग्जीबिशन जैसे समारोह शामिल होते हैं, जहां इवेंट मैनेजमेंट क्षेत्र के टेनी छात्र एक्स्टा सहयोगियों के रूप में मौजूद होते हैं। कई जगहों पर तो यही काम कर रहे होते हैं। सीनियर लोग बस इन्हें गाइड करते हैं।
इवेंट मैनेजमेंट के क्षेत्र में कॅरियर बनाने के लिए इस क्षेत्र में डिग्री या डिप्लोमा हासिल करने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 10जमा2 की दरकार होती है। ज्यादातर इंस्टीट्यूट प्राइवेट हैं। इसलिए यहां एडमिशन हासिल करने का कोई निश्र्चित नियम नहीं है। कहीं पर प्रवेश-परीक्षा होती है और कहीं बिना प्रवेश-परीक्षा के ही एडमिशन मिल जाता है। इवेंट मैनेजमेंट के क्षेत्र में कॅरियर बनाने की सोचने वालों को भले ही ज्यादा शैक्षिक योग्यता की दरकार न होती हो, लेकिन उनमें तकनीकी ज्ञान, संगठनात्मक कौशल, कैटरिंग, मानव संबंध बनाने की कुशलता, कानून व लाइसेंस आदि की जानकारी, जनसंपर्क साधने में कुशलता, मार्केटिंग में माहिर होने जैसे गुणों की भी जबरदस्त जरूरत होती है। इवेंट मैनेजर का काम आमतौर पर कई कैटेगरी में बंटा होता है। अगर प्रचार-प्रसार का मैनेजमेंट करना है, तो मैनेजर को इस कला के प्रबंधन में माहिर होना चाहिए। अगर शादी-ब्याह जैसा इवेंट है तो उसे न सिर्फ समारोह का प्रबंधन आना चाहिए, बल्कि भारतीय संस्कृति और शादी-ब्याह के पारंपरिक तरीकों का भी ज्ञान होना चाहिए। अगर किसी इंटरटेनमेंट क्षेत्र के इवेंट के प्रबंधन की बात है तो उसे समकालीन इंटरटेनमेंट के विभिन्न साधनों, तकनीकों आदि की जानकारी होनी चाहिए। इसी तरह अगर िाएटिव क्षेत्र का इवेंट प्रबंधन करना है तो इस क्षेत्र की जानकारी होने के साथ-साथ मीडिया के साथ बेहतर संबंध बनाने की कला में भी पारंगत होना चाहिए।
जहां तक यह सवाल है कि इस क्षेत्र में किस तरह के जॉब ऑप्शंस मौजूद हैं तो प्रबंधन के दूसरे क्षेत्रों की ही तरह यहां सभी तरह के श्रेणीबद्घ जॉब ऑप्शंस मौजूद हैं। मैनेजमेंट, बजटिंग, कंसेप्ट विजुअलाइजिंग, प्लानिंग, को-ऑर्डिनेशन, मार्केटिंग और ऑर्गेनाइजिंग। ये तमाम वो काम हैं, जो इस क्षेत्र में जाने वालों के लिए बेहतरीन कॅरियर का मौका देते हैं। इसके अलावा आप कंसल्टेंट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। उसके लिए जरूरी नहीं है कि आप किसी कंपनी से जुड़ें। अपनी निजी कंपनी खोलकर भी या अपनी योग्यता का बोर्ड लगाकर भी इस तरह का काम किया जा सकता है। इन दिनों स्पोट्र्स इवेंट मैनेजमेंट सबसे ज्यादा लोकप्रिय हो रहा है। शादियां, बर्थ-डे, किसी भी तरह की पार्टियां जैसे काम तो हमेशा से ही इस क्षेत्र के पास मौजूद रहे हैं।
जहां तक इस क्षेत्र में आय का सवाल है तो अलग-अलग पदों के लिए अलग-अलग वेतन मिलते हैं। मगर सबसे बड़ा रोल होता है, आपके अनुभव का। जितना ज्यादा अनुभवी होंगे, उतना ही बेहतर वेतन मिलने की उम्मीदें रहेंगी। फिर भी इस क्षेत्र में शुरूआती वेतन 8 हजार से 10 हजार रुपये मासिक का मिल जाता है और नाम व अनुभव के बाद 50 हजार रुपये महीने तक मिलना आम बात है। इस क्षेत्र में जाने के लिए योग्य बनाने वाले कुछ प्रसिद्घ प्रशिक्षण संस्थान इस प्रकार हैं-
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इवेंट मैनेजमेंट, न्यू लिंक रोड, अंधेरी (वेस्ट) मुंबई
- इंटरनेशनल सेंटर फॉर इवेंट मार्केटिंग, सर्वप्रिय विहार, नई दिल्ली
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इवेंट मैनेजमेंट, विले पार्ले (वेस्ट) मुंबई
- एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इवेंट मैनेजमेंट, डिफेंस कॉलोनी, नई दिल्ली
- इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इवेंट मैनेजमेंट, जुहू कैंपस, सांतााुज (वेस्ट) मुंबई
दिल्ली और मुंबई के इन प्रसिद्घ प्रशिक्षण संस्थानों के अलावा हर छोटे-बड़े शहरों में स्थानीय स्तर के भी कई संस्थान खुल गए हैं। बस आपको उन्हें देखने और जानने के लिए अपने इर्द-गिर्द नजर दौड़ानी होगी।
– कीर्ति शेखर
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