अच्छे स्वास्थ्य और निरोगी काया के लिए व्यायाम निहायत आवश्यक है- यह नसीहत तो हम सब बचपन से सुनते आते हैं। लेकिन कितने लोग इस पर अमल करते हैं? अब तो अध्ययनकर्त्ताओं के अनुसार व्यायाम से एक और दिलचस्प तथ्य जुड़ गया है, जिसका फायदा उठाने के लिए अधिकांश लोग जिम जाना शुरू कर देंगे। यह तथ्य है – “व्यायाम से सेक्स लाइफ को बेहतर बनाया जा सकता है।’ वह कैसे?
सबसे पहली बात तो यही है कि जिम जाने और व्यायाम करने से आपकी काया सही आकार और आकर्षक रूप अख्तियार कर लेगी। इससे दो लाभ होंगे- प्रथम तो आप अपनी नजरों में ही उठ जाएँगे। सुंदर, स्वस्थ और आकर्षक तन से आपके आत्मविश्वास में भी जबरदस्त इजाफा होगा, जो कामोत्तेजना जगाने के लिए अत्यंत आवश्यक है। अगर अपनी शारीरिक बनावट या आकार को लेकर किसी में हीनता का बोध उपजता है तो वह कामेच्छा जाग्रत होने में अवरोध का काम करता है। अतः बढ़िया सेक्स के लिए आत्ममुग्ध होना भी आवश्यक है, जिसमें अत्यंत सहायक सिद्घ हो सकता है- व्यायाम। दूसरा लाभ तो खैर जगजाहिर है कि आपका छरहरा शरीर और निखरा रूप, आपके साथी की कामाग्नि को भड़का देगा और नतीजतन, आपकी सेक्स लाइफ में बहार ही बहार छा जाएगी। अध्ययनकर्त्ताओं के अनुसार, जो पुरुष एवं महिलाएँ सप्ताह में दो से तीन बार व्यायाम करते हैं, वे अन्य लोगों के मुकाबले कहीं अधिक कामोत्तेजित होते हैं। जाहिर है कि सप्ताह में जितने दिन व्यायाम किया जाएगा, कामेच्छा में उसी के अनुसार वृद्घि होगी।
मोटे तौर पर देखा जाये तो व्यायाम करने से शारीरिक सौंदर्य के साथ-साथ रक्त-संचार में वृद्घि होने से भी यौन िाया में लाभ होता है। इसके अतिरिक्त, व्यायाम से उर्जस्विता, क्षमता और ताकत में भी बढ़ोत्तरी होती है और तन-मन में आलस्य के स्थान पर स्फूर्ति उत्पन्न होती है। मानसिक तनाव और अवसाद भी किसी हद तक दूर होते हैं। उपरोक्त सभी स्थितियॉं यौन िाया में सकारात्मक भूमिका निभाती हैं, तो सेक्स जीवन मस्ती भरा होगा ही।
शारीरिक बल और क्षमता में इजाफा होने से सेक्स के दौरान थकान नहीं होती। जो व्यायाम नहीं करते, उन्हें ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इससे शर्मिंदगी तो उठानी पड़ती ही है, यौन आनंद भी काफूर हो जाता है। तेज चलने, दौड़ने और तैरने जैसे व्यायाम शारीरिक क्षमता को बढ़ाते हैं। मात्र 3-4 दिन में ही इसका लाभ नजर आने लगेगा।
व्यायाम से शरीर में लचीलापन आता है तथा थोड़ा बहुत भार वहन करने की क्षमता में भी वृद्घि होती है। इससे सेक्स का लुत्फ विवध प्रकार से तथा अधिक देर तक उठाया जा सकता है, अन्यथा थोड़ी ही देर में कमर-हाथ या पैरों में उठने वाली पीड़ा या सुन्नपन का अहसास यौन सुख किरकिरा कर देता है। अच्छे सेक्स हेतु मांसपेशियों का मजबूत और लचीला होना अत्यंत आवश्यक है, जो व्यायाम या योगासनों द्वारा ही संभव है।
इसके अतिरिक्त, यौन िाया और व्यायाम- दोनों ही तनाव और हताशा को दूर करने की अचूक औषधियों का कार्य करते हैं। व्यायाम करने से यौनेच्छा में भी वृद्घि होती है, क्यूंकि थकान, तनाव और उदासी यौनेच्छा को समाप्त प्रायः कर देते हैं। अतः संतुलित आहार, बढ़िया नींद और व्यायाम- सेक्स जीवन में निश्चित रूप से सुधार लाते हैं।
ध्यान रहे कि व्यायाम की तरह यौनिाया भी कैलोरीज जलाने में सहायक है। अगर सही मायने में जोरदार सेक्स किया जाये तो इससे आपका फालतू मांस घट कर आपकी काया सही आकार लेने लगेगी।
बुजुर्गों को जानकर खुशी होगी कि अध्ययन से पता लगा है कि वयोवृद्घावस्था में भी जो लोग नियमित रूप से व्यायाम करते हैं, वे यौनिाया से उसी प्रकार आनंदित होते हैं जिस प्रकार उम्र में उनसे कहीं छोटे लोग। कारण, व्यायाम करने से कामोत्तेजना में कमी की समस्या से भी राहत मिल सकती है, क्योंकि यह समस्या प्रायः रक्त संचार की समस्याओं से जुड़ी होती है। जगजाहिर है कि व्यायाम करने से हृदय और रक्त शिराएँ स्वस्थ रहती हैं, जिससे कामोत्तेजना में कमी की समस्या से राहत मिलती है तथा नपुंसकता की संभावना भी 30 प्रतिशत तक कम हो जाती है।
इसके अतिरिक्त, यौनिाया से शरीर में एंडोर्फिन नामक रसायन जारी होता है, जिससे व्यक्ति को स्वाभाविक खुशी और आनंद का अनुभव होता है। यही रसायन शरीर में व्यायाम करने से भी जारी होता है। जितनी बार आप व्यायाम करेंगे, एंडोर्फिन रसायन की उत्पत्ति से उत्पन्न खुशी एवं स्फूर्ति आपकी कामेच्छा और कामोत्तेजना बढ़ाने में सहायक होगी। मूड अच्छा रहने तथा तन में स्फूर्ति रहने से सेक्स लाइफ भी बेशक बेहतरीन होगी।
शारीरिक रूप से तंदुरुस्त व्यक्ति का बढ़ती उम्र में भी टेस्टोस्टेरोन स्तर गडबड़ाता नहीं। व्यायाम करने से टेस्टोस्टेरोन हारमोन जारी होते हैं, जो कामोत्तेजना जागृत होने में सहायक होते हैं।
व्यायाम करने से शरीर के साथ-साथ मानसिक एवं भावनात्मक स्तर पर भी लाभ होता है। व्यक्ति उदासी, हताशा एवं निराशा इत्यादि निषेधात्मक भावनाओं से उबरकर सकारात्मक तरीके से सोचने लगता है। इससे व्यक्ति के खान-पान की आदतों में सुधार आता है तथा नियमित जिंदगी जीने के लिए प्रेरित होता है। ऐसी दिनचर्या निश्चिात रूप से सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए शयनकक्ष में सहायक ही होती है।
हॉं, मात्र बढ़िया सेक्स जीवन के लिए व्यायाम करने वालों को जानना चाहिए कि सेक्स जीवन की बेहतरी के लिए सहायक कारकों में से एक है व्यायाम, ना कि सम्पूर्ण सहायक कारक। हां, तदरुस्ती के लिए व्यायाम को काफी हद तक कारगर माना जा सकता है।
प्रस्तुति-डॉ.नरेश बंसल
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