शनि देव की गाथा

टीवी पर अभी तक अनेक धार्मिक धारावाहिकों का प्रसारण हो चुका है लेकिन यह पहला मौका है जब कोई चैनल शनि देव पर धारावाहिक दिखाने जा रहा है। नव ग्रहों में शनि एक ऐसे ग्रह हैं, जिनके नाम से ही बड़े से बड़ा व्यक्ति भी कांप उठता है। माना जाता है कि शनि की बुरी ऩजर यदि राजा पर भी पड़ती है तो वह फकीर बन जाता है और बलशाली पलक झपकते ही धूल चाटने लगता है। लेकिन ऐसे भी किस्सों की कमी नहीं जब शनि देव की कृपा से रंक भी राजा बन जाते हैं।

शनि देव की ऐसी ही कई गाथाओं पर आधारित एनडीटीवी इमै़िजन पर “महिमा शनि देव की’ नाम से एक धारावाहिक प्रसारित किया जा रहा है। इस धारावाहिक का नियमित प्रसारण सप्ताह में तीन दिन गुरु, शुा और शनि को रात 8 बजे किया जा रहा है। इस धारावाहिक का निर्माण सागर आट्र्स ने किया है, जो धार्मिक और फंतासी धारावाहिक बनाने के लिए मशहूर रहे हैं।

यहॉं यह भी उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ समय में देश में शनि देव के मंदिरों का निर्माण काफी बड़ी संख्या में होने लगा है। पहले शनि देव की उपासना उस दिन शनिवाले को तेल वगैरह देकर ही कर ली जाती थी। लोग उनकी कृपा दृष्टि के लिए सीधे उनकी पूजा न करके बजरंग बली, शंकर भगवान या सूर्य देव की पूजा करते थे। लेकिन अब धीरे-धीरे काफी मंदिरों में शनि देव की मूर्ति की स्थापना भी होने लगी है। साथ ही शनि देव के विशाल मंदिरों के निमाण में भी ते़जी आ गई है। ऐसे में शनि देव पर धारावाहिक का प्रसारण सफल होने की पूरी संभावना है। बशर्ते आगे भी इसका निर्माण अच्छे ढंग और अच्छी सोच के साथ किया जाए।

“महिमा शनि देव की’ धारावाहिक में शनि के जन्म से लेकर उनकी शक्तियों और उनके आराध्य देव बनने की कहानी तो होगी ही साथ ही उनसे जुड़ी अन्य कई छोटी कहानियां भी होंगी जो उनकी शक्ति उनके चमत्कारों को उजागर करेंगी। धारावाहिक में शनि देव की भूमिका अभिनेता दया शंकर पांडे कर रहे हैं।

शनि देव ग्रहों के राजा सूर्य के पुत्र हैं लेकिन सभी सूर्य से ज्यादा शनि के प्रकोप से डरते हैं। कहते हैं सूर्य और उनकी पत्नी छाया के यहॉं शनि का जन्म हुआ और जब शनि ने पहली बार आँखे खोलीं तो सूर्य भी ऐसे अंधकार में घिर गए जैसे सूर्य ग्रहण के समय घिरते हैं। पिता सूर्य देव और मॉं छाया को तभी आभास हो गया कि उनका यह पुत्र कितना शक्तिशाली है? शनि के चेहरे का गहरा रंग, उनके काले वस्त्र और हाथ में तलवार और तीर तथा उनका वाहन गिद्घ देख कर ही अच्छे-अच्छों की हालत खराब हो जाती है। लेकिन यह धारावाहिक आम दर्शकों के दिलों से इस शंका को दूर करेगा कि शनि बुरा ही करते हैं। धारावाहिक में दिखाया गया है कि शनि देव बुरों के साथ बुरा और अच्छों के साथ अच्छा करते हैं। वे न्यायप्रिय हैं और उनका दर्जा मुख्य न्यायाधीश और न्याय देवता जैसा है। वे एक ऐसे शिक्षक हैं, जो गलत राह पर चल रहे लोगों को सबक सिखाते हैं और घमंडी का सिर नीचा करते हैं।

हिन्दू धर्म में मान्यता है कि भगवान ने खुद ग्रहों की रचना सिर्फ इसीलिए की कि वे पूरे ब्रह्मांड में लोगों को उनके कर्मों के अनुसार अच्छे और बुरे फल दें। शनि हमारे आज के ही नहीं बीते हुए कल के कर्मों के फल भी देते हैं। धारावाहिक बताता है कि शनि लोगों पर इस बात के लिए दबाव डालते हैं कि वे अहंकारी न बनें, प्रेम-इन्सानियत, अनुशासन और धैर्य के साथ रहें और खूब परिश्रम करें। ऐसा करने वाले लोगों को शनि सदैव सफलता देते हैं और उनका कभी बुरा नहीं करते। लेकिन अहंकारी, गलत और पापी लोगों को वे अंतहीन कष्टों के सागर में डूबो देते हैं, जहॉं से बच कर निकलना असंभव हो जाता है।

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