क्या आप उनमें से हैं जो सिर्फ सोना, सोना और सोना चाहते हैं? आपकी इस नींद की चाहत को देखकर आपके दोस्त आपको आलसी या कुंभकरण कहते हैं? उनके तानों से घबराने की जरूरत नहीं है, उनसे स्पष्ट कह दें कि आप सो नहीं रहे हैं बल्कि आगे आने वाले बड़े कामों के लिए अपने आपको सुपरचार्ज कर रहे हैं। सोने से आपकी क्षमता बढ़ जाती हैं और आपकी कोशिकाएँ दिनभर के लिए सुपरचार्ज हो जाती हैं। लेकिन नींद के बारे में कुछ विशेष बातें आपके लिए जानना आवश्यक है।
क्या आप आधी रात के बाद सोते हैं? लेकिन रात में 10 से 6 तक सोना, सोने के लिए आर्दश अवधि है। इसकी वजह है- नींद का हारमोन मेलाटोनिन, जो इस अवधि में ही शानदार काम करता है। इस अवधि के दौरान कुछ घंटे की नींद भी “गुणात्मक नींद’ मानी जाती है।
बहरहाल, विशेषज्ञों कहना है कि नींद का शैड्यूल बना लें और उस पर कायम रहें। याद रखें, नींद थकन दूर करने से जरा ऊपर की बात है। यह दिमाग, जिस्म और आत्मा को आराम पहुँचाने में मदद करती है। यह अगले दिन के लिए हमें तरोता़जा कर देती है। नींद के अन्य फायदे हैं-
- एकाग्रता को बेहतर बनाना
- ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखना
- सिर दर्द से बचाये रखना
इसलिए पर्याप्त नींद का न मिलना हानिकारक होता है। पूरी नींद न मिलने का अर्थ है समस्याओं के समूह को दावत दे देना जैसे- बेचैनी का बढ़ना, याद्दाश्त कमजोर होना, एकाग्रता में कमी, हृदय के धड़कने की दर बढ़ना, हाई ब्लड प्रेशर का होना और एसिडिटी से गुजरना। जाहिर है, यह सब अस्वस्थ होने के लक्षण हैं। ब्रिटेन में एक अध्ययन के अनुसार, जिन लोगों को पर्याप्त नींद नहीं मिलती, उनके हृदय रोग से मरने का दोगुना खतरा होता है।
नींद आपको फिट रखने में मदद करती है, लेकिन इसका अर्थ यह भी नहीं है कि आप अपने सोने के घंटे बढ़ा दें। ज्यादा सोने की चाहत कई अन्य कारणों से भी हो सकती है जैसे दवाएँ (एंटी एलर्जिक, पेन किलर) या हाइपोथाईरायडइज्म। अगर दिन भर आलसपन और नींद की चाहत होती है, तो अपना चैक अप करा लें।
पावर नैपिंग या कम समय के लिए बहुत गहरी नींद में सोना अच्छा विचार है। दोपहर में पावर नैपिंग करें, जो 15 से 45 मिनट तक की हो सकती है। पश्र्चिम में अनेक कंपनियों ने दोपहर में सोना अनिवार्य कर दिया है- सोओ, मुँह धोओ और वापस काम पर लग जाओ। आपको ताज्जुब होगा कि ऐसा करने से आपकी क्षमता दोगुनी हो जायेगी।
सोते समय खर्राटे लेना अच्छी बात नहीं है। इनसे सांस लेने में दिक्कत होती है और नींद का गुणात्मक समय भी कम हो जाता है। अगर खर्राटे आते हैं तो इलाज करायें। बहरहाल, अगर आप अच्छी नींद चाहते हैं, तो इन बातों का विशेष रूप से ख्याल रखें-
- अच्छी तरह कसरत करें।
- नींद आ रही है तो सो जायें, जागने की कोशिश न करें।
- कोशिश करें कि प्रतिदिन निर्धारित समय पर उठें व सोयें।
- सोने से पहले रिलैक्स करने वाला संगीत सुनें या कोई किताब पढ़ें।
- सोने से 4-5 घंटे पहले कैफीन, निकोटीन और शराब से दूर रहें।
- हल्का डिनर लें।
- सोने से एक घंटा पहले गर्म पानी से नहायें।
- सही किस्म का गद्दा इस्तेमाल करें।
- बत्ती बंद करके सोयें।
- सोने से पहले धार्मिक प्रवचन सुनेंगे तो भी अच्छी नींद आएगी।
– डॉ. माजिद अलीम
You must be logged in to post a comment Login