तेरापंथ के दिव्य क्षितिज पर
है देदीप्यमान तेरी पहचान
गणाधिपति गुरुदेव के बाद
तुम्हीं हो जन-जन के भगवान।
अति आभारी हूँ मॉं बल्लू की
जिसने इक ऐसा लाल दिया
वसुंधरा हॅंसकर यश गाती
हे महाप्रज्ञ! तुमने निहाल किया।
तेरापंथ के दसमासन पर
महा विज्ञ तुम महा मनस्वी,
गण-उपवन में सुमन खिला यह
ध्यानी, योगी और यशस्वी।
हे प्रेक्षा-प्रणेता, प्रज्ञा-पुरुष
है चरणों में शत-शत वन्दन
प्रज्ञ-दिवस के पावन पर्व पर
मेरा भाव भरा है अभिनन्दन।
धन्य हुए सब “सुषमा’ सचमुच
पाकर शुभ सान्निध्य तुम्हारा,
फले-फूले, विकसित हो हर दिन
यह तेरापंथ धर्म-संघ हमारा।
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