आरक्षण की आग

आरक्षण की लपटों को

जात-पात की भावनाओं को

हवा न दो

थोड़े से सियासी फ़ायदे के लिए

जलाकर राख़ कर देंगीं।

जहान को

सदियों से धधकती

सामाजिक वैमनस्य की आग

– आत्माराम

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