मौसी बिल्ली बड़ी निठल्ली,
देखा चूहा झट से उछली।
बिल्ली तो है बड़ी कपटी,
देखके चूहे पे यूँ झपटी।
लूँगा खबर कहता है टामी,
क्यों करती मौसी मनमानी।
लपका-झपका झबरा टामी,
मारा पंजा मौसी सहमी।
लेकर डंडा आया ओमी,
खाकर डंडा भागा टामी।
– मीरा हिंगोरानी
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