अगली और पगली

कलाकार – मल्लिका शेरावत, रणवीर शौरी, टिनू आनंद, सुष्मिता मुखर्जी, भारती आचरेकर, जीनत अमान

संगीत – अनु मलिक

निर्देशक – सचिन खोत

दर्शक मल्लिका शेरावत के आयटम सॉंग्स पर फिदा हैं। वे निर्देशक सचिन खोत की फिल्म “अगली और पगली’ में शेरावत के अभिनय को सराह सकते हैं, लेकिन उन्हें उसका आपत्तिजनक व्यवहार रास आना चाहिए। उसका खुलेआम शराब पीना, अपने होश खो बैठना और होटल में युवक के साथ समय गुजारना।

परंतु सचिन खोत की फिल्म की नायिका को आम लड़कियों से हटकर होना आवश्यक था, क्योंकि पूरी फिल्म ही उसके इस अलग-पन पर बनी और उभरी है। फिल्म में कहानी और कहानी में मोड़ तो है ही नहीं। है तो केवल कुछ घटना, प्रसंग और दर्शकों को हॅंसाने के उद्देश्य से रखे गये क्षण। सचिन खोत की फिल्म का नायक रणवीर शौरी भी कोई मेहनती नहीं है। कॉलेज में बार-बार फेल हो रहा है और उसका सपना किसी लड़की को पाने का है। उसे आखिर लड़की मिलती है तो मल्लिका जैसी बिंदास और हुकूमत चलाने वाली।

रणवीर शौरी की यह मल्लिका कॉलेज में अन्तर्वस्त्र ऊपर से पहनकर आती है। रणवीर को वह बगैर सीट वाली साइकल पर बैठाकर चलाने लगती है। निर्देशक के अनुसार वह 99 थप्पड़ लगाती है। अचानक वह दो वर्ष के लिए गायब हो जाती है। दर्शकों को बताया जाता है कि वह कोलकाता गई थी और अचानक उसका “मंगेतर’ कुमार गौरव कहानी में आ जाता है। पता नहीं कैसे? पर उसकी और रणवीर की जान-पहचान रहती है। मल्लिका से प्यार करने वाला रणवीर स्वयं उसे मल्लिका को पटाने के नुस्खे बतलाता है। अंत में जीनत अमान छोटे से दृश्य में प्रगट होती है और मल्लिका-रणवीर के रिश्ते को सुधारती है।

फिल्म में मल्लिका ने सुंदर और सहज अभिनय किया है। थप्पड़ खाने वाले नायक का किरदार कठिन होते हुए भी रणवीर शौरी ने उसे खूब अभिनीत किया। टीनू आनंद एवं सुष्मिता मुखर्जी के दृश्य भी अच्छे उतरे हैं। अनु मलिक द्वारा संगीतबद्घ किए “कर ले गुमान’ तथा “तल्ली’ गीत पसंद आ सकते हैं। कुँवारी बिंदास मल्लिका का “मैं मैं तल्ली (तेलुगु में मॉं) हो गई’ गाना उसके स्वभाव के अनुकूल ही है। परंतु सचिन खोत इस सारे घटना-ाम को विदेशी-भूमि पर घटित होता बताते तो दर्शक उसे बिना झिझक के स्वीकार करते।

 

– अनिल एकबोटे

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