जुगनी चली जालंधर

जुगनी चली जालंधर हल्की-फुल्की हास्य कहानी है, जो एक लड़की के इर्द-गिर्द घूमती है। वह भारत के झझरिया (जालंधर में छोटा सा कस्बा) में अपने पुरुष मित्र के परिवार के रुढ़िवादी दृष्टिकोण को बदलने के लिए अमेरिका से यहॉं आती है। यह ऐसी लड़की की कहानी है जो हीरो से प्यार करती है। उसका हीरो ऐसे परिवार से ताल्लुक रखता है, जिसके अपने बेटों की शादियों के बारे में निर्धारित सिद्घांत और विश्र्वास हैं। पीढ़ियों से इस परिवार में इन नियमों का पालन किया जाता रहा है और हीरो भी उनका पालन करेगा, जिनके अऩुसार जुगनी हीरो से शादी करने के योग्य नहीं है।

इस परिवार के सदस्यों के दिमाग में यह विश्र्वास गहरे तक बैठा है कि शिक्षित महिलाएं अच्छी गृहिणी कभी नहीं बन सकतीं। इस प्रकार, इस परिवार की सभी बहुएं अशिक्षित हैं और अपने पति को खुश रखती हैं। जुगनी अमेरिका से है और वह शिक्षित महिला (पेशे से डॉक्टर) है, वह अपने सपनों के राजकुमार से कभी शादी नहीं कर सकी। यहॉं एक चुनौती है और जुगनी उसे मंजूर करती है। वह शादी के लिए पूरी तैयारी कर लेती है। जुगनी इस बात को छुपाती है कि वह बहुत शिक्षित है और आखिरकर अपने हीरो से शादी कर लेती है। तत्पश्र्चात परिवार के सदियों पुराने इस मिथक कि केवल अशिक्षित महिला ही घर को चला सकती है, को तो़डने के उसके लक्ष्य के साथ कहानी आगे बढ़ती है। विभिन्न मजबूत पात्रों के साथ जुगनी चली जालंधर नामक शो मस्ती से भरा है। यह प्रफुल्लित करने वाला पारिवारिक मनोरंजक शो है।

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