अर्जुन व सुभद्रा के पुत्र अभिमन्यु ने अपनी माता के गर्भ में ही चाव्यूह का भेदन कर उसमें प्रवेश करने की विधि सुनी थी, किंतु बाहर आने की विधि नहीं सुन पाया। अतएव जब महाभारत का युद्घ हुआ तो वह चाव्यूह का भेदन कर उसमें प्रवेश कर गया और कौरव सेना के सात-सात महारथियों से विलक्षण युद्घ करता हुआ वीरगति को प्राप्त हुआ क्योंकि उसे चाव्यूह से बाहर निकलना नहीं आता था और इसका कारण था कि वह माता के गर्भ में केवल अंदर प्रवेश करने की विधि सुन पाया था, बाहर आने की नहीं।
अभिमन्यु
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