21 जनवरी 2008 से एनडीटीवी इमैजिन पर रामायण की शुरूआत हुई। भारत का यह महाकाव्य एक भव्य, अनोखे रूप में एनडीटीवी इमैजिन द्वारा छोटे पर्दे पर अवतरित हुआ और जल्द ही पूरे देश भर में इस रामायण को पसंद किया जाने लगा। इस एक शो के कारण एनडीटीवी इमैजिन जैसा नया चैनल प्राइम टाइम में तीसरे स्थान पर पहुँचा और इसी एक शो के कारण ही अन्य टेलिवीजन चैनल्स पर पौराणिक कथाओं की मानों श्रृंखला- सी ही बन गयी। देश के हिन्दी भाषिक प्रांतों में मिलने वाली सफलता के साथ-साथ दक्षिण भारतीय राज्यों में क्षेत्रीय भाषाओं में रामायण को डब किया गया और इन सभी राज्यों के दर्शकों की वाहवाही बटोरी “रामायण’ ने। तमिलनाडू में सन टीवी, आंध्र-प्रदेश में जेमिनी टीवी और केरल में सूर्या टीवी पर यह शो दिखाया जा रहा है। एनडीटीवी इमैजिन और अन्य तीन सन नेटवर्क चैनल्स पर देशभर के तकरीबन 80 लाख से भी अधिक दर्शक रामायण का आनंद लेते हैं।
ङ सन टीवी पर रामायण हर रविवार सुबह साढ़े दस बजे से साढ़े ग्यारह बजे तक दिखाया जाता है। सन टीवी पर दिखाए जाने वाले सप्ताहांत शोज् में रामायण सर्वाधिक लोकप्रिय है।
आंध्र-प्रदेश में जेमिनी टीवी पर सोमवार से शुावार शाम सात बजे रामायण प्रसारित किया जाता है। इस स्लॉट में 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो चुकी है। केरल में सूर्या टीवी पर 17 मई से शुरू हुए रामायण धारावाहिक को अन्य टॉप शोज् का मुकाबला करना पड़ रहा है परंतु फिर भी रामायण का स्लाट आज 47 प्रतिशत बढ़ चुका है। सन टीवी पर 13 मार्च से रामायण शुरू हुआ, तब से इसकी रेटिंग 9 टीआरपी बढ़ी है। आंध्र-प्रदेश में रामायण की रेटिंग 4.5 टीआरपी दर्ज की गयी है। सूर्या टीवी पर रामायण की रेटिंग 4 टीआरपी से भी अधिक है। देश में रामायण की बढ़ती हुई लोकप्रियता के बारे में बिजनेस ऑपरेशन्स और अन्सिलीयरी रेवेन्यूज् के ईवीपी श्री. गौरव गांधी कहते हैं कि विभिन्न माध्यम तथा विभिन्न प्रांतों में वितरित किया जा सके, इस प्रकार का कन्टेन्ट निर्माण करना हमारा प्रमुख लक्ष्य है। हमारे चैनल के साथ-साथ अन्य तीन दक्षिणी चैनलों पर भी रामायण को बहुत बड़ी सफलता हासिल हुई है।
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