जेहाद अपने को नये रंग में ढालने की कोशिश कर रहा है। उसका यह तेवर कितना ़खतरनाक, उसकी धार कितनी तीखी तथा जहर बुझी है, उसका अंदा़ज इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले दिनों पाकिस्तान की लाल मस्जिद में जुटी सैकड़ों महिलाओं ने अपने बच्चों को जेहादी बनाने की शपथ ली। ये महिलायें लाल मस्जिद पर हुई सैन्य कार्रवाई के एक साल पूरा होने पर मारे गये लोगों को श्रद्घांजलि देने के लिए यहां एकत्रित हुई थीं। महिलाओं की इस सभा को मस्जिद के मौलाना अजीज की बेटी ने संबोधित किया। मौलाना अजीज वही शख्स है जिसे पाकिस्तानी सेना ने पिछले साल सैनिक कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार कर लिया था। ़गौरतलब है कि इसी कार्रवाई के दौरान अजीज का भाई अब्दुल रशीद गाजी मारा भी गया था।
लाल मस्जिद के परिसर में एकत्र हुई बुर्काधारी महिलाओं की भीड़ में बहुतों के साथ उनके बच्चे भी थे। महिलाओं का आाोश एक स्वर से यह नारा लगाते कि ]जेहाद ही हमारा रास्ता है’, देखते ही बनता था। उतनी ही आाोश भरी और जोशीली तकरीर अजीज की बेटी ने भी की। उसने कहा कि हमारे बेटों ने देश में इस्लामिक कानून लागू करने के लिए अपनी जिन्दगी कुर्बान की है, अब हमें उनके अभियान को पूरा करना है। उसने कहा कि अब वह वक्त आ गया है जब हमें भी अपनी कुर्बानियों का इतिहास लिखना होगा। उसके अनुसार अब महिलाओं को खुशी-खुशी अपने मर्दों को जेहाद के रास्ते पर चलने के लिए उत्प्रेरित करना होगा और अपने बच्चों की परवरिश इस ढंग से करनी होगी कि वे बड़े होकर जेहादी बन सकें। मौलाना अजीज की बेटी की यह तकरीर कितनी असरकारक थी, इसका सुबूत इस बात से मिलता है कि उसकी बात का समर्थन महिलाओं ने “हम तैयार हैं- हम तैयार हैं’ का गगनभेदी नारा उछाल कर किया। ़गौरतलब है कि ऐसी ही एक रैली लाल मस्जिद के तथाकथित शहीदों की याद में इसके कुछ दिनों पहले, यहीं आयोजित की गई थी। इस रैली में भी कई ह़जार लोगों ने हिस्सा लिया था। साथ ही इस रैली में भी जेहाद और जेहादियों के पक्ष में ऐसी ही तकरीर की गई थी और लाल मस्जिद पर कमांडो कार्रवाई का आदेश पारित करने वाले पाकिस्तानी राष्टपति को फांसी देने की मांग की गई थी। रैली की समाप्ति के बाद जब भीड़ वापस लौटने लगी थी तब एक आत्मघाती हमला हुआ था, जिसके चलते 19 लोगों को जान गंवानी पड़ी थी और सैकड़ों घायल हुए थे।
उधर ओसामा बिन लादेन के सोलह वर्षीय सबसे छोटे बेटे हमजा बिन लादेन को केन्द्र में रख कर अल-कायदा और तालिबान के आतंकवादी अपने जेहाद का नया ताना-बाना बुन रहे हैं। उसे आतंक का नया युवराज घोषित कर दिया गया है। उसने न सिर्फ दुनिया भर के मुसलमान युवकों को जेहाद के रास्ते पर जाने को उत्प्रेरित किया है अपितु उसने अमेरिका सहित यूरोप के कई देशों को तबाह करने की कसम भी दिलवाई है। यह सही है कि भारत जैसे कई देशों की इस्लामिक संस्थाएं, शिक्षण-संस्थान और उलेमा तथा विद्वान यह प्रचार कर रहे हैं कि आतंकवादी जिस जेहाद शब्द के इस्तेमाल के साथ निर्दोष लोगों का कत्ल कर रहे हैं, इस्लाम में उसको पूरी तरह ़खारिज किया गया है। इन संस्थाओं ने इस मुत्तलिक बाकायदा मुहिम संचालित कर रखी है। लेकिन आतंकवादियों का “जेहाद’ दिन पर दिन और तीखा तथा मारक होता जा रहा है। उसका एक कारण यह भी है कि उलेमाओं की बात समझने और जेहाद का सही अर्थ खोजने के लिए एक सीमा तक धैर्य और समझदारी की ़जरूरत है, वहीं आतंकवादियों का “जेहाद’ किसी उत्तेजक नारे की तरह “थ्रिल’ पैदा करता है। यही कारण है कि “जेहाद’ के खिलाफ जेहाद का आंदोलन बहुत हद तक असरकारक सिद्घ नहीं हो रहा है। इसके अलावा आतंकवाद को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष मिलने वाली राजनीतिक मदद और उत्प्रेरणा से भी इन्कार नहीं किया जा सकता जिसके चलते धर्मगुरुओं की एक फौज अन्तर्राष्टीय स्तर पर इन आतंकवादियों की हिमायत में लगी है।
लाल मस्जिद में जो तकरीर मौलाना अजीज की बेटी ने की है और जिस भावनात्मक प्रवाह में बहकर पाकिस्तान की मॉंओं ने अपने नौनिहालों को जेहादी बनाने का संकल्प लिया है, वह उसी उत्तेजनात्मक भावुकता का नतीजा है। लेकिन यह परिस्थितियॉं सारी दुनिया को संकट में डालने वाली हैं। अभी तक पाकिस्तान ने अपनी जमीन पर इसी आतंकवाद की खेती की है, लेकिन इस आग में उसका दामन नहीं झुलसेगा, ऐसा नहीं सोचा जा सकता। वर्तमान में वह भी अपने भष्मासुरों से उसी तरह पीड़ित हो रहा है जैसे और। यह सिलसिला अन्तर्राष्टीय स्तर पर एक सर्वथा ईमानदार कोशिश के जरिये ही रोका जा सकता है। वर्ना यह सिलसिला एक अटूट श्रृंखला बनता जाएगा और हर ओसामा-बिन लादेन के पीछे आतंकी कमान संभालने के लिए उसका बेटा हमजा-बिन लादेन के रूप में तैयार खड़ा मिलेगा। यह तो करीब-करीब समझ में आने लगा है कि जिस स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ी जा रही है, वह धरातल पुख्ता नहीं है और वहॉं कोई निर्णायक संघर्ष संभव नहीं हो सकता। हमें हर हाल में प्राथमिक स्तर पर उस उत्प्रेरणा से लड़ना होगा जो सीधे-सादेे नौजवानों को ब्रेनवाश के जरिये आतंकी बनाती है।
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