सेहत के बारे में अखबार व टीवी पर रोज नयी-नयी बातें आती हैं, जो अधिकतर विरोधाभास से भरी होती हैं। इनके चलते लोग गलतफहमी का शिकार हो जाते हैं या उनकी समझ में नहीं आता कि क्या सही है और क्या गलत। नतीजतन कुछ स्वास्थ्य संबंधी मिथ भी खड़े हो गये हैं जो आपको अच्छी सेहत से दूर रखते हैं।
मैं तो स्लिम हूँ, मुझे कसरत करने की क्या जरूरत है?
कसरत बुढ़ापे और रोग के विरुद्घ शक्तिशाली हथियार है। इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि आप अगर स्लिम हैं, तो आप किसी समस्या से पीड़ित ही नहीं होंगे। तैराकी, योग, वॉकिंग और पाइलेट्स सभी के लिए हैं। उनमें न तो उम्र बाधा है और न ही साइ़ज।
यह शायद रजोनिवृत्ति है!
40 बसंत पार करने के बाद महिलाएँ विशेष रूप से कई बाधाओं का सामना करती हैं- इनसोमानिया, रात में बार-बार जागना, आदि। आप सोचती हैं कि सारी समस्याएँ हारमोन के स्तर में उतार-चढ़ाव के कारण हैं। दिलचस्प तथ्य यह है कि महिलाओं में हारमोनल उतार-चढ़ाव रजोनिवृत्ति शुरू होने से 8 वर्ष पहले से शुरू हो सकता है। रात में पसीना आना, थकन और सीने में दर्द जैसी समस्याएँ जरूरी नहीं कि हारमोन से ही संबंधित हों। यह अन्य मेडिकल समस्याओं का संकेत भी हो सकती हैं।
मुझे दिल की समस्या नहीं होगी
यह बिलकुल गलत तथ्य है कि महिलाओं को हृदय संबंधी समस्याएँ नहीं होतीं। सच्चाई यह है कि 45 से 67 वर्ष की आयु के बीच लगभग 13 प्रतिशत महिलाओं को हार्ट अटैक होता है, पुरूषों के लिए यह प्रतिशत 16 है। महिलाएँ समय रहते मेडिकल मदद भी नहीं लेतीं, क्योंकि वे समझती हैं कि दिल के रोग पुरुषों को ही होते हैं।
मुझे कैंसर की चिंता नहीं है
अच्छी जीन्स का होना प्लस प्वाइंट है, लेकिन यह इंश्योरेंस पॉलिसी नहीं है। विशेषज्ञों के अनुसार सिर्फ 5 प्रतिशत कैंसर का संबंध पारिवारिक इतिहास से है, 30-40 प्रतिशत का ताल्लुक खराब जीवनशैली से है- जैसे तम्बाकू का सेवन करना आदि। मुँह, फेफड़े और त्वचा के कैंसर का कोई जेनेटिक लिंक नहीं है। इसलिए आपका लापरवाह भी होना ठीक नहीं है।
हड्डियों को मजबूत करने के लिए समय निकल गया है
ओस्टियोपोरोसिस के कारण हड्डी का टूटना आम बात है, क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ जो कोशिकाएँ हड्डी का विकास करती हैं वह कम सिाय हो जाती हैं। लेकिन आपको ध्यान तो देना ही होगा। अपने आहार में स्वस्थ कैल्शियम व विटामिन डी की मात्रा बढ़ा दें। सोया फूड्स, फ्लैक्सीड, बीन्स और दालें जैसी चीजें बहुत महत्वपूर्ण हैं। न करने से बेहतर है देर से प्रयास करना।
वर्षों से धूम्रपान कर रहे हैं, अभी क्यों छोड़ें?
बहुत से लोग कभी भी स्मोकिंग छोड़ना नहीं चाहते। उनको लगता है कि जो नुकसान होना था वह तो हो ही गया, अब छोड़ने से क्या फायदा। लेकिन अपनी अस्वस्थ आदतों को छोड़ना हमेशा लाभकारी होता है। सिगरेट छोड़ने के 6 माह बाद निकोटीन जिस्म से बिलकुल अलग हो जाता है।
वजन तो हर सूरत में बढ़ेगा
जब आपकी मांसपेशियों का मास कम हो जाता है तो आपकी कैलरी की जरूरत भी कम हो जाती है, इसलिए आपका वजन बढ़ता है। कम सिाय होने से भी वजन बढ़ने लगता है। वजन बढ़ने की एक बड़ी वजह यह है कि लोग अपना काम स्वयं करना पसंद ही नहीं करते। जब आप कुछ नहीं करोगे और सिर्फ खाओगे, तो वजन अपने आप बढ़ेगा।
– डॉ. भारत भूषण
You must be logged in to post a comment Login