मौसम आजकल कुछ ऐसा है कि कभी बारिश है कभी तेज धूप। फलस्वरुप पैदा होती है उमस। उमस से होने वाली चिपचिपाहट कई किस्म के त्वचा रोगों का कारण बनती है, जैसे- रैशेज, हाइव़्ज आदि। तीव्र धूप त्वचा को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है। उसी तरह उमस भी त्वचा को नुकसान पहुंचाती है। बॉलीवुड की नायिकाएं यकीनन अपनी त्वचा की देखभाल करना जानती हैं। हम भी ऐश्र्वर्या, कैटरीना, प्रियंका की तरह चमकदार त्वचा हासिल कर सकती हैं, बशर्ते हम ध्यान दें। न सिर्फ अपने चेहरे की सुरक्षा का बल्कि जिस्म, बाल और नाखूनों को भी इस भीषण गर्मी से बचायें।
यहां त्वचा विशेषज्ञों के कुछ टिप्स दिये जा रहे हैं, जिनसे उमसभरी गर्मियों में त्वचा की देखभाल की जा सकती है।
- इन दिनों हाईजीन बहुत महत्वपूर्ण है। दिन में दो या तीन बार नहायें। त्वचा की तह में एंटी फंगल पाउडर का इस्तेमाल करें यानी बगल, गर्दन, ग्रोइन, वक्ष के नीचे और पैरों की उंगलियों के बीच में, खासकर अगर बंद जूते पहन रही हैं, यह पाउडर लगायें। पैरों को हवा देने के लिए खुले सैंडिल पहनने का प्रयास करें। ध्यान रहे, बैक्टीरिया गर्मी व नमी भरे वातावरण में अधिक पनपते हैं।
- सनसीन का इस्तेमाल आवश्यक है। मई-जून की तरह इन दिनों की धूप में भी कम निकला जाये। एसपीएफ (सनप्रोटेक्शन फैक्टर) चाहे 10 का हो या 60 का, दोनों में अंतर 2-3 प्रतिशत से अधिक का नहीं होता। इसलिए नये शोध से मालूम हुआ है कि एसपीएफ युक्त कोई भी उत्पादन का इस्तेमाल दिन में 2-3 बार किया जाना चाहिए, भले ही आप बाहर जा रही हों। इससे त्वचा टैन होने से भले न बचे, लेकिन निश्र्चित रूप से फोटो-एजिंग या सनडैमेज से बचाव हो जायेगा।
- गर्मियों में अधिक पसीना आने की वजह से त्वचा में मोइस्चर कम हो जाता है। इसलिए त्वचा को मोइस्चराइज करना बहुत आवश्यक है। यह काम लाईट मोइस्चराइजर से किया जाये या त्वचा पर पानी स्प्रे करके उसे हाईडेट कर लिया जाए।
कुछ घरेलू नुस्खे हैं, जिनका आप इस्तेमाल कर सकती हैं। आप खीरे के जूस या गुलाब- जल में भीगे कॉटन वूल पैड्स फ्रिज में रखें और कूलिंग प्रभाव के लिए इन्हें समय-समय पर अपने चेहरे पर लगाती रहें।
- कुछ पैक्स अपनी त्वचा के प्रकार के आधार पर आप घर में भी बना सकती हैं। तैलीय त्वचा के लिए पिसे हुए खीरे और मुल्तानी मिट्टी से पैक बनायें और उसे चेहरे पर लगायें। इस पैक को 15 मिनट तक लगा रहने दें फिर आहिस्ता से धो लें। सूखी त्वचा के लिए खीरे, ओट्स व बादाम के मिश्रण वाला पैक (जो फ्रिज में रखा हो) लगाया जा सकता है, कूलिंग प्रभाव के लिए।
- बगलों में पसीना आता है और वहां बैक्टीरिया भी पनप सकता है, जिससे बदन से बदबू आ सकती है। इसे रोकने के लिए बगलों को साफ रखें, बालों को शेव करें और बहुत सारी एल्कोहल-रहित डियोडरेंट या परफ्यूम का इस्तेमाल करें।
- हमेशा ढीले कॉटन के कपड़े पहनें और सिंथेटिक फाइबर से बचें।
- सुनिश्र्चित करें कि हाथ और पैर हमेशा अच्छी तरह से मोइस्चराइज्ड हों। उन्हें झामे से रगड़ा जा सकता है। खासकर कटे हुए नाखुनों या फटी हुई एड़ियों के लिए।
- अच्छा आहार लेना भी बहुत महत्वपूर्ण है। उबली हुई सब्जियां, बहुत सारे सलाद व फलों के साथ खानी चाहिए। स्प्राउटिड लेन्टिल्स, मौसमी फलों के जूस भी लिए जा सकते हैं। खूब मक्खन और दही खायें, यह रिफ्रेशर का काम करता है। कैफीन कम लें।
– नीलोफर
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