आधुनिक दुनिया का यही चलन हो गया है। अब “निभा करना किसी से तो उम्र भर करना’ का जमाना नहीं रहा है। इसलिए विवाह टूट रहे हैं, संबंधों पर विराम लग रहा है और दोस्त एक दूसरे को अलविदा कह रहे हैं। प्यार का रिश्ता जितनी जल्दी बनता है, उतनी जल्दी ही टूट जाता है।
बावजूद इसके कोई भी ब्रेकअप दर्द से खाली नहीं होता, भले ही दिल तोड़ने वाले आप हों या आपका दिल टूटा हो। दुःख, गम, गुस्सा, धोखे व छोड़ने का अहसास और अकेलापन, कुछ ऐसे ज़ज्बात हैं जिनसे व्यक्ति को गु़जरना पड़ता है, खासकर जब संबंध दिलों में खटास के कारण टूटा हो।
सवाल यह है कि टूटे हुए दिल को कैसे जोड़ा जाए और ब्रेक-अप के कारण जो भावनाएं उमड़ती हैं, उनका सामना किस तरह से किया जाए? जवाब के लिए आगे पढ़िए-
ब्रेकअप के दर्द से बचने के लिए हमारा दिमाग बहुत जल्द इनकार के मोड़ में चला जाता है और इस तरह हम हकीकत से दूर चले जाते हैं। लेकिन जितनी जल्दी आप जो कुछ हुआ है, उसे स्वीकार कर लेंगे, उतनी जल्दी ही सब कुछ सामान्य हो जायेगा। ब्रेकअप के कारण आपके सिस्टम में जो गम और गुस्सा है, उसे रोकर या किसी से दिल की बात कहकर निकाल देना बेहतर होता है।
ब्रेकअप के बाद हर व्यक्ति म़जबूत या कम़जोर पलों से गु़जरता है, लेकिन अपनी कम़जोरी को अपने ऊपर हावी न होने दें। जो छोड़ गया उसे पलट कर न देखें। यानी उसे “आई मिस यू’ के एसएमएस न करें। क्योंकि जब इसका कोई जवाब नहीं आयेगा, तो आप ठगे से बेवकूफ ऩजर आएंगे। अपने दृष्टिकोण को हमेशा सकारात्मक रखें। जैसे ही उदासी का अहसास हो, फौरन ही अपने सिर में “बी पॉजिटिव’ की छवि रौशन कर लें। सबसे अच्छा तरीका है कि अपने दिल को यह समझाया जाए ब्रेकअप पुरानी बात हो गयी है। जो गु़जर गया, वह गु़जर गया। वह इतिहास हो गया। भविष्य में क्या होगा, यह किसी को नहीं मालूम, इसलिए इस पर चिंता करने की ़जरूरत नहीं है। जो गुजर गया, वह यादें हैं, जो होगा वह उम्मीदें हैं, बेहतर यही है कि वर्तमान में रहें। जो पल अब है, वही आपका है। इस पल को शानदार बनाएं, हंसी-मजाक की फिल्में देखकर या सकारात्मक पुस्तकें पढ़कर।
एक अधूरा वायदा उसका, एक शिकस्ता दिल
लुट भी जाते तो अपने पास दौलत कितनी थी
इस “दौलत’ को लुट जाने दो, यही अच्छा है। इसलिए अपनी एक्स के ई-मेल, एसएमएस, टेलीफोन नंबर, खत और फोटो, सब डिलीट कर दें। बेकार की यादों पर निरंतर आंसू बहाना ठीक नहीं है। इसलिए जब आप यादों के इन स्रोतों को डिलीट कर देंगे, हटा देंगे, तो आपको यातना देने के लिए कुछ बचेगा ही नहीं। ऐसा करना कठिन होता है, लेकिन इन यादों के स्रोतों को ऩजरों के सामने से हटाना ही अक्लमंदी है। गौरतलब है कि जो नजरों से ओझल हो जाता है, वह दिमाग से भी गायब हो जाता है।
दोस्तों के साथ वक्त गुजारो। अपने पुराने दोस्तों के साथ ़ज्यादा समय गुजारो। अकेलापन और ब्रेकअप से उबरने के लिए दोस्त ही सबसे अच्छा सहारा होते हैं।
जिससे अब वास्ता नहीं वह क्या कर रहा है, यह जानने की कोशिश न करें। उस जगह न जाएं, जहां एक्स के होने की उम्मीद हो। जिन जगहों से खास यादें जुड़ी हैं, वहां भी न जाएं। ऐसा करने से उसे खोने का अहसास और ज्यादा होगा। हिम्मत से काम लें और उसे भूलने के लिए सिाय रहें। योग के जरिए अपने ज़ज्बात पर काबू पायें। पुराने दोस्तों से संपर्क साधें, सोशलाइ़िंजग शुरू कर दें या कोई नया शौक पाल लें।
धूप में निकलो, बारिश में नहाकर देखो। जिंदगी क्या है, घर से निकल कर देखो। शॉपिंग करो, मेनीक्योर कराओ, नये फैशन के हेयरकट के लिए जाओ, टेवल करो, अपने दोस्तों को डिनर पर बुलाओ, अपने सपनों को पूरा करने की कोशिश करो, ग़र्ज यह कि अपने आपको व्यस्त रखो, इतना व्यस्त कि उसकी यादों के लिए समय ही न बचे। अचानक खर्च करने व ऐश करने की इच्छा के प्रति अपराध-बोध की आवश्यकता नहीं है। ऐसा करने से राहत व सुकून मिलता है। यह उपचार का ही एक तरीका है।
ब्रेकअप आपको अकेलेपन का अहसास करा सकता है। लेकिन समय सबसे अच्छा मरहम होता है और आखिरकार आपका इलाज हो ही जायेगा। ब्रेकअप की प्रतििाया में एकदम से किसी दूसरे व्यक्ति से न जुड़ जाएं। ऐसा करने से फौरी तौर पर राहत मिलेगी, लेकिन यह हमेशा कारगर नहीं बैठता और आप अधिक डिप्रेशन में भी आ सकती हैं।
जब भी आपको अपने एक्स की कमी का अहसास हो, तो उन सब दिल दुःखाने वाली बातों और हरकतों को याद करें, जो उसने की थीं। ऐसा करने से आप में आगे बढ़ने की इच्छा जागृत होगी और आप महसूस करेंगे कि आप उसके बिना ज्यादा अच्छी स्थिति में हैं।
– नम्रता नदीम
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