हो गणपती गणेश तुमको लाखों प्रणाम
अब काटो जी क्लेश तुमको लाखो प्रणाम
गज का बदन तेरा करुणा निकन्दन।
भक्तजनों के देवा, तुम दुःख भजन॥
मुसे की सवारी वाले, लाखों प्रणाम॥ 1 ॥
सभा में नाम तेरा, जो कोई छ गावे।
कारज सारे सदा सिद्ध होय जावे॥
गौरी के गणेश तुमको लाखों प्रणाम॥
कोई तो मेवा फल फूल चढावे।
दिवाना तेरा तुझे, भजन सुनावे॥
दिन के दयाल, तुमको लाखों प्रणाम॥
रणत भुवन में देवा, आप बिराजो।
रिद्धी सिद्धि देवा, संग में बिराजे॥
बुद्धि ज्ञान के दाता तुमको लाखों प्रणाम॥
तानसेन देवा तेरो जस गावे।
चरणों में सदा, गण के ध्यान लगावे
शिव शंकर के लाल, तुमको लाखों प्रणाम॥
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