सुमरीयोडो वेगो आव बिराटिया रा बाबाजी
बाबाजी औ बाबाजी दौड़ीयोड़ो बेगो आव
बिराटिया रा बाबाजी
चार खण्ड रे उपरे रे, तु बैटो रे आसन ढाल
जिमना हाथ ने बावडी रे, थारी नदी हिलोड़ा खाय
बड़ते मनदेर में पोकरो रे, थारें ढोल-बाजे अद बिच॥ टेर ॥
भादवा री एकादशी रो रे, थारे मेलो भरे भरपुर ॥ टेर ॥
थारी सेवा करें सुन्डानाथ बिराटिया रा बाबाजी
सुमरी योडो बेगो आव बिराटिया रा बाबाजी
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