वैशाख वदी चोथ को वैशाखी चोथ आती है, जो चारबडी चोथ में से एक होती है।इस दिन सभी सुहागन औरते वृत रखतीहैं रात को चन्द्रमाजी को अरग देकर खाना खाती हैं,इस दिन अच्छी रसाई बनाते हैं शाम को चौथ विनायक जी कीपूजा करते है, कहानी कहतेहैं। पूजा में पाटे पर चोथ विनायक जी माड लेते […]
चैत्र वदी तीज को अक्षय तृतिया आती है। वैसे तो अक्षय तृतिया यानि आखा तीज को खीचडा व आमली का भोजन बनना अनिवार्य है, तवा भी नहीं चढता है, लेकिन हम लोग ओख होने की वजह से दूज व तीज को खीचडा नहीं बनाते है। इस दिन दान पुण्य का बहुत महत्व है व कोरी […]
राम भक्त, हनुमान का करो हमेशा ध्यान संकट से रक्षा करे पवनपुत्र हनुमान। चेत्र सुदी पुर्णिमा को हनुमान जयंती का पर्व होता है। सुबह जल्दी न्हा-धोकर हनुमान जी के मंदिर में गुड व चने का प्रसाद चढाते हैं। विशेष कुछ नहीं करते हैं।
त्रेता युग की यह है कहानी। राणव का राज हुआ, बढा पाप, पृथ्वी के ऊपर, सत्य धर्म का नाश हुआ भुमि भार के तारणहार लिया रामचन्द्रजी ने अवतार। जी हां चैत्र सुदी नवमी को श्री रामचंद्र जी ने अयोध्या में अवतार लिया माता-पिता की आज्ञा शिरोधार्य करके 14 वर्ष वनगामन किया रावण जैसे दुष्टोें का […]
ग – गणपति का कर वन्दन न – नववधू करैं अर्चन गौ – गौरी गिरिजा पूजन र – रखते व्रत सब पुरजन हो रही गीतों की रमझोला छाई खुशियाँ चारों और, चम-चम चमके चुन्दडी, पूजू में गणगौर। चैत्र सुदी तीज के दिन गणगौर का त्यौहार होता है शिव पार्वती की पूजा में इक्कठे होकर 16 […]
चैत्र सुदी दूजको गणगौर का सिन्जारा करते हैं, जो जवारा बोते हैं उसकी आज के दिन पूजा करते हैं पाटे पर जंवारा के कुन्डे रखते हैं उसमें लकडी के डोके पर सफेद कपडा बान्ध कर बाल लगा कर एककुन्डे में रखते है एक लडकी के डोके पर लाल कपडा बान्ध कर दूसरे कुन्डे में रखते […]
चैत्र सुदी एकम आज के दिन हमार नव वर्ष शुरु होता है भगवान को नीम पीस कर उसमे मिश्री डालकर भोग लगाते हैैं, वो ही प्रसाद सभी लेते हैं। गुड़ी का अर्थ है विजय पताका। कहा जाता है कि इसी दिन ब्रह्माजी ने सृष्टि का निर्माण किया था। इसी दिन से नया संवत्सर भी शुरु […]
होली के सात दिन बात शीतला सप्तमी आती है। इसकी पूजा दिन व वार देखकर करते हैं वार अच्छा हो तो ठंडा बनाकर सप्तमी को बनाकर अष्टमी को खाते हैं मंगलवार व शनिवार को पूजा नहीं होती है। इस दिन रसोई में एक पानी के चावल, बाजरी का दलिया, गुलगुले बाजरी की रोटी मीसी रोटी […]
होली के बाद पहला रविवार आता है उस दिन सूरज रोटा होता है, लडकी की शादी के बाद या पहले उसको व्रत करवाकर उद्यापन करवाते हैं, इसमें सूरज भगवान की पूजा होती है। उद्यापन में आठ लडकियों को खाना खिलाते है, गेहुँ का रोटा या पुडी बनाते हैं एक धान खाते हैं, उद्यापन के बाद […]
हो – होली रंगभर झोली । ली – लीला प्रभु की होली । होली के दिन फूल खिल-खिल जाते हैं रंगों में रंग मिल जाते हैं स्नेह का अबीर प्रेम का गुलाल सतरंगी रंगों की छा जाती है बाहार। तभी होती है होली, जी हाँ होली तभी होती है । होली सस्नेह मिलन का प्रतीक […]