मन्जारी सून सून कथा कुडा वर्त कीन्हौ भजन

मन्जारी सून सून कथा कुडा वर्त कीन्हौ दीपक तेले भगावीयो मुवा पकड़ लीना टेर इसडी भक्ति ना किजीए जूग में होवेला हो सी अंत काल जमडा मारसी गल दे देरे फाँसी इसडी भक्ति ना किजीए जैसा रे लख फल गल चलीया बायकरे संगा टू करें न्यारा रम रहया हिरदे बजरंगा लखजैसी भक्ति ना किजीर उपर […]

ऐरा मिनधारी हावै जारी ममता न डोले भजन

ऐरा मिनधारी हावै जारी ममता न डोले समजी व्यामे सासा है ना ही सेन भगत घर संत पधारीया हस मिल्या दोनों नर नारी पाव धोय चरनामृत लीनों हिरदा में हेत हूया भारी केवे सेनजी सुनो स्त्री करो रसोई म्हारला हरताई थे तो यानी सेवा में रही जो में जावु राजा वाई केवे स्त्री सुनो मारा […]

थोडी म्हारी अर्ज सुनोनी इन्द्र राजा आप सुनीया भजन

थोडी म्हारी अर्ज सुनोनी इन्द्र राजा आप सुनीया सुम्हारो कारण सरे रे बरस बसस म्हारा मोहन मेवा पीरजी जेठ महीना री बेरेन वाजे सुखा सखर भाण तपे रे नदी रे नियालारा नीर सुखगा लख चौरासी जीवा चुन मेरे रे आयोरे आशाड अलक थारी आशा करसारे करसन करे रे मते रे लगी जोत जमी लक बुटी […]

चम चम चमके बिज विकल पिव के बिन हैरा है भजन

(टेर) हरदम पिया के प्रित रस बिन म्हारी मन भटके अली आसाढ़ के मास विरह सुन बादल गहरा है चम चम चमके बिज विकल पिव के बिन हैरा है खबर बिन धीरज नहीं आवे तन मन बदन बैहाल विपत में नहीं कोई कछु भावे कहोनी मिलदा त्रृण अटके सखी सावण के मास सोक में सुंदर […]

ओ बापजी घर तँवरारे आण फिराई भजन

(टेर) सामलोनी अर्ज सायल साधारी आरोधे आसान किया निकंलग नाथ जुगो जुग तारण ओ बापजी घर तँवरारे आण फिराई भक्ति बस भगरान हूयाँ घर अजमलरे आप पधारिया नर निंकलग अवतार लिया ओ बापजी भली हल भाण पिछम घर भलकीया पोकरनी निशान घुरीया कर्ण अकर्ण नाथ अन नाथन आसन सिंहासन उतरीया ओं बापजी हेलो म्हारे सम्मालो […]

सून में शहर शहर में बस्ती कून सूता कून भजन

सून में शहर शहर में बस्ती कून सूता कून जागे है ब्रह्म हमारा हम है ब्रह्म के तन सूता चैतन जाग है जल बिच कमल कमल बीच कलीया भवर वासना लेता है नव दरवाजा फैरी फिरता अलक अलक ही करता है अदर अणी पर आसन किन्हा तपस्वी तपस्या करता है पाँचों चैला सनभूख भेला निगुण […]

सुमरीयोडो वेगो आव बिराटिया रा बाबाजी भजन

सुमरीयोडो वेगो आव बिराटिया रा बाबाजी बाबाजी औ बाबाजी दौड़ीयोड़ो बेगो आव बिराटिया रा बाबाजी चार खण्ड रे उपरे रे, तु बैटो रे आसन ढाल जिमना हाथ ने बावडी रे, थारी नदी हिलोड़ा खाय बड़ते मनदेर में पोकरो रे, थारें ढोल-बाजे अद बिच॥ टेर ॥ भादवा री एकादशी रो रे, थारे मेलो भरे भरपुर ॥ […]

द्वारकार नाथ झुला झुले है झुलन में भजन

द्वारकार नाथ झुला झुले है झुलन में छायो है आनन्द आज पौकरण नगर में कुकुरा पगलिया माडिया दुध भरीयो धर ने लियो है अवतार धणिया आज मरुधर में भादवा री बरखा, मोर नाचे वन में कोयलीया किलोर करे, आज उपवन में मे नादे झुलावे ताने प्यारा लिया मन में बटे है बदाई आज सारा ही […]

सोनी द्वारका सु कष्ण पधारीया भजन

सोनी द्वारका सु कष्ण पधारीया पीगा माही पोढाणी आंगन में कुंकु रा पगीलया मटका में दूीध भरानी ध्वजा बन्द थारी सुरल पे कुरबानी थारी जुग में ज्योत सवानी ध्वजा बन्द थारी सुरल पे कुखानी दादा रण सिंहजी पिता अजमालजी मेणादे गोद खेलानी बिरम देव थारा भाई कहिजे गढ़ नेतल दे रानी गुरु बालिनाथ ज्योदा रा […]

सुनी द्वारका सु कृष्ण पधारीया रे भजन

सुनी द्वारका सु कृष्ण पधारीया रे भलो कियो तंवरा को अजमलजी री आशा पूरी मैटीयों काल रो धागे ध्वजा बन्द चाकर हू चरण को इस री भुल गती राको अन्नदात नौकर हू धणीया को बदमत तनों वालों बगसायो साथ थारी थो माको डुबत जाहाज बोहता री थारी पकड लियो थे नाकों मोठा मोठा गढ़ जितीयारे […]

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