ना ही मिले रे भाई, नाही मिले रे, भाई रे, रंग मांही रंग मिल जाय गुनां री जोडी नाही मिले॥ टेर ॥ कागा कोयल एक ही रंग है, बैठा एक ही डाल। कागो बोले बेसुरो रे, कोयल शब्द सुनाय॥ 1 ॥ हँसा बगुला एक ही रंग है, बैठा एक ही पाल। बगुलो तो मच्छियाँ गटकावे, […]
थाली भरकर लाई खीचडो ऊपर घी की बाटकी। जीमो म्हारा श्याम धणी, जीमा वे बेटी जार की॥ टेर ॥ जीमावे बेटी जाट की, आ करमां बाई जाटनी॥ टेर ॥ बाबो म्हारो गाँव गयो है, ना जानूं कद आवेलो। उके भरोसे बैठयो साँवरा, भूखो ही रह जावेलो॥ आज जीमावुं थने खीचडो, घाल राबडी छाछ की॥ 1 […]
सुमिरन कर ले, मोरे मना। बिती जाय उमर, हरी नाम बिना॥ टेर ॥ कूप निर बिना, धेनू छीर बिना। बादल देखो, मेघ बिनारे॥ जैसे तरुवर फल बिना हिना, तैसे प्राणी हरी नाम बिनारे॥ 1 ॥ देह नैन बिना रैन चन्द्र बिना। मन्दिर देखो, दीप बिना रे॥ जैसे पण्डित वेद बिना हिना, वैश्या को पुत्र, पिता […]
पायोजी मैंने राम रत्न, धन पायो। राम रत्न धन, कृष्ण रत्न धन, राम रत्न धन पायो॥ टेर ॥ वस्तु अमोलक, दी मेरे सतगुरु। कर कृपा अपनायो॥ 1 ॥ जन्म जन्म की पूँजी पाई। जग में सभी खिवायो॥ 2 ॥ खरच ना होवे, कोई चोर न लेवे। दिन दिन बढत सवायो॥ 3 ॥ सत् की नाँव, […]
एक अरज मेरी सुनलो दिलदार है कन्हैया। कर दो अधम की नैय्याँ, भव पार है कन्हैया॥ टेर ॥ अच्छा हुँ या बुरा हुँ, पर दास हुँ तुम्हारा। जीवन का मेरे तुम पर भवभार है कन्हैया॥ 1 ॥ तुम हो अधमजनों का उद्धार करने वाले। मैं हूँ अधमजनों का, सरदार है कन्हैया॥ 2 ॥ करुणा निधान […]
म्हारा लोभी जिवडा, काँई सुतो रे सुख भर नींद में। सुता सुता क्या करे रे, सुता आवे नींद। काल सिरहा ने यूँ खडो रे, ज्यूँ तोरण आयो बिन नौबत हरी का नाम की रे, दिन दस लेवोनी बजाय। काँई भरोसो श्वास कोरे, फिर आवे की नाय॥ 2 ॥ हल्दी जल्दी ना तजे रे, खटरस तजे […]
तेरी जैसी श्वासाँ बातों में बिती जाय रे महलों में बिती रे मन रामकृष्ण बोल, राम कृष्ण बोल रे मन राधा कृष्ण ने राधा कृष्ण बोल रे मन, राम कृष्ण बोल॥ टेर ॥ गँगा यमुना खुब नहाया, गया ना मन का मैल। घर धन्धों में लगा हुआ है, ज्यों कोल्ह का बैल॥ तेरे जीवन की […]
जाँकी हरी से लगन लगी है लगन ना छूटेगी प्यारे। लगन ना छूटेगी प्यारे, लगन ना छूटेगी प्यारे॥ टेर ॥ लगन लगी प्रह्लाद भक्त को, गिरवर से डारे। अपने जन के काज हरी ने, नरसिंह रूप धारे॥ 1 ॥ लगन लगी मोरध्वज राजा को जाने जग सारे। रतन कुँवर नादान शीष पर, धर दिनों आरे॥ […]
पाँवाँ में मेहन्दी थारे राचनी हो मैय्या। थारे हाथ मांहि हरीयो रूमाल वारी जाऊँ जगदम्बे दूर देशा सुं आवे जातरु हो मैय्या। थारे चरणाँ में शीष नवाय वारी जाऊँ जगदम्बे बाँझडिया भी आवे थारे जातरु हो मैय्या। थोरे बाँझडिया पालना झुलाय वारी जाऊँ जगदम्बे आँधलिया भी आवे थारे द्वारे हो मैय्या। थे तो आँधलिया ने […]