सत् गुरुजी से मिलवा चालोजी, सज सिन्गारो भजन

सत् गुरुजी से मिलवा चालोजी, सज सिन्गारो। सज सिन्गारो सुरता सज सिन्गारो॥ ज्ञानगुरुजी से मिलवा चालो हे, सज सिन्गारो॥ टेर ॥ निर गंगा जलसिर पर नारो कचरो भरीयो निवारो। ज्ञान साबुन से माथो धोओ, बेग करो सिन्गारो॥ चमक घाघरो पहन सुहागन, नेम को नाडा डारो। सुरथा की गाँठ जुगत कर लेना, लोग हँसेला सारो॥ चेतन […]

भला ही आया हो गुराँ, साँचा ही आया हो भजन

भला ही आया हो गुराँ, साँचा ही आया हो। म्हारा भाग पुरबला जाग्या गुराँ, साँचा ही आया हो॥ म्हारा भाग आगला जाग्या गुरांँ, साँचा ही आया हो॥ टेर ॥ सत गुरु आँगन आया, मोतीयाँ रा थाल पुराया। सब सखियाँ मंगल गावे हो भला ही आया हो॥ 1 ॥ गुरु देवायत जी आया, जाने तोला दे […]

तेरा जीवन दो दिन का, तेरा रहना दो दिन का भजन

तेरा जीवन दो दिन का, तेरा रहना दो दिन का। जय जय सीता राम, जय जय राधेश्याम। गाये जा, हो तेरा जीवन दो दिन का॥ टेर ॥ मोर मुकट पिातम्बर सोहे, गल वैजयन्ती माला। साँवली सूरत मोहनी मूरत, चिर बढाने वाला॥ 1 ॥ यदि कल्याण चाहा था अपना, भजो श्री भगवाना। नहीं पिछे पछतावेगा, तेरे […]

बजरंग बाला, फेरूं थारी माला भजन

बजरंग बाला, फेरूं थारी माला। सालासर हनुमान, सिंवरूँ बजरंग ने ॥ टेर ॥ सालासर थारलो भवन बिराजे, झालर शंख टिकोरा बाजे। हरदम थारे नौबत बाजे, चढ रहया, घृत सिंदूर॥ 1 ॥ तुम हनुमन्ता हो दुःख भन्जन मोटे पाँव, बडे भुज दन्डन। दुष्ट मारकर कर दिये खन्डन, मुख पर बरसे नूर.। 2 ॥ रामचन्द्रजी के सार […]

बजरंग बालाजी, मदद मेरी आवना भजन

बजरंग बालाजी, मदद मेरी आवना। मदद मेरी आवना, मदद मेरी आवना॥ हनुमत बालाजी, मदद मेरी आवना॥ टेर ॥ तो कारज तुमने रामजी का सारीया। लंका को जाय करके, सिया की सुधी लावना॥ 1 ॥ तो कारज तुमने लक्ष्मण जी का सारीया। द्रोणा चल जाय करके, सरजीवन बूटी लावना॥ 2 ॥ तो कारज तुमने, सुग्रीवजी का […]

राम से मीला दो, राजा राम से मीला दो भजन

राम से मीला दो, राजा राम से मीला दो। ऐसे हनुमान सिया राम से मीला दो॥ टेर ॥ सरयू के तिर अयोध्या नगरी। उस नगरी में रामा, प्राण तो बसावो जी॥ 1 ॥ राजा राम लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न। उन चारों से रामा, हमको मिलावो जी॥ 2 ॥ लक्ष्मण मूर्छित पडयो धरती पर। लाय सरजीवन रामा, […]

म्हारो दूध तो ल जायो रे वाह रे हनुमान भजन

म्हारो दूध तो ल जायो रे वाह रे हनुमान। हो म्हारो दूध तो ल जायो रे, वाह रे हनुमान॥ टेर ॥ मारूँ धार पहाड फट जावे, दूसरो दूध पिलायो। चूर चूर पर्वत का कर दे, जद तोहे जानूं हनुमत। अन्जनी को जायो रे॥ 1 ॥ कैसा ही थारा राम और लक्ष्मण, जिन थने पायक बनायो। […]

अयोध्या में मधूरा मधूरा भजन

अयोध्या में मधूरा मधूरा, बोले मोर। दादर मोरे पपीहा बोले, कोयल करत किलोल॥ अयोध्या में झीना झीना बोले मोर ॥ टेर ॥ त्रेता युग रा चैत्र मास में। नवमी ने लिनो अवतार ॥ 1 ॥ सरयू केे तीर अयोध्या नगरी। रामजी लिनो है अवतार ॥ 2 ॥ हाथी घोडा दान दिरीजे। होय रही जय जयकार […]

कैसे कटे बाली उमरिया भजन

कैसे कटे बाली उमरिया कैसे कटे बाली। ना टूटे ठट के संग, उमर मेरी कैसे कटे बाली। ना टूटे दूध के दन्त, उमर मेरी कैसे कटे बाली॥ एक समय सपने में सोती निकल पडे मेरे नथ के मोती तडक तडक मेरी चूडियाँ चडक गई, क्या गती होती॥ मेरा ससुर जन्म का बेरी, सुतो सर्प जगायो […]

नार मोहे शंकर रो वरदान भजन

नार मोहे शंकर रो वरदान नार मोहे भोला रो वरदान क्या करसी भगवान, क्या करसी भगवान नार मोहे क्या करसी भगवान॥ टेर ॥ एक निद शिवजी मेरे घर आए। मेरे पिता ने निवत् जीमाए। जीम चूट बडे प्रसन्न भए शिव, लंका कर दी दान॥ 1 ॥ लंका जैसे कोठ हमारे। सात समुन्दर लगे किनारे॥ मेघनाथ […]