परमाणु करार के आगे ताकत का रास्ता

भारत-अमेरिका परमाणु करार पर सत्ताधारी संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन और बाहर रह कर उसे समर्थन देने के नाम पर उसे कठपुतली बनाने की कोशिश में लगे वाम दलों की खींचतान का नाटक समाप्त होने के बाद इस करार के बाद की संभावनाएं देखना उचित होगा। तय है कि 1974 तथा 1998 में भारत की परमाणु विस्फोट […]

अग्रिम जमानत : गिरफ्तारी पर रिहाई-ता़जा परिप्रेक्ष्य

अग्रिम जमानत का दंड प्रिाया संहिता की धारा 438 में तो उल्लेख नहीं किया गया है लेकिन लॉ कमीशन ने अपनी 41वीं रिपोर्ट में इसका उल्लेख किया है। गिरफ्तारी का पूर्वाभास होने पर जो जमानत प्रदत्त की जाती है उसे अग्रिम जमानत कहा जाता है। यह कथन आज भी प्रासंगिक है कि बर्बर समाज में […]

फिर मंडराने लगे मध्यावधि चुनावों के बादल

संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सरकार केंद्र में अपने चार वर्ष पूरे कर चुकी है। यदि निर्धारित समय पर लोकसभा के आम चुनाव हों तो अब मात्र 11 महीने का समय ही चुनाव हेतु शेष रह गया है। परन्तु यदि मीडिया की अटकलों पर ध्यान दिया जाए तो दिसम्बर अथवा जनवरी में भी चुनाव होने की […]

गंगा एक्सप्रेस मार्ग – उपजाऊ भूमि के विनाश का रास्ता

“गंगा एक्सप्रेस मार्ग’ उत्तर प्रदेश सरकार का एक प्रोजेक्ट है। जिसके तहत नोएडा और बलिया के बीच गंगा नदी के बाईं ओर आठ लेन की सड़क बनाई जाएगी। यहॉं हम इस प्रोजेक्ट के पर्यावरणीय पहलुओं की चर्चा करेंगे। यह प्रोजेक्ट दोआब की 10,47,000 र्ेर्8े7 वर्ग मीटर (5863 हैक्टेयर) कृषि भूमि को लील जाएगा। यह दोआब […]

इस्लामिक बैंकिंग

सउदी अरब, मलेशिया, कुवैत, अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, थाईलैंड, मोरक्को, ट्यूनीशिया। ये दुनिया के 41 देशों में से उन कुछ देशों के नाम हैं जहां ब्याज रहित इस्लामिक बैंकिंग व्यवस्था बहुत तेजी से लोकप्रिय हो रही है। साथ ही इससे भी बड़ी सूची उन देशों की है जहां बहुत जल्द इस्लामिक बैंकिंग व्यावहारिक रूप में दिखेगी। […]

भारतीय दूतावास पर हमले का सच

पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में स्थित लाल मस्जिद के बाहर 6 जुलाई को हुए आत्मघाती हमले और ठीक उसके दूसरे दिन यानी कि 7 जुलाई को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित भारतीय दूतावास पर हुए आत्मघाती हमले की प्रकृति ऊपर-ऊपर से देखने में एक जैसी ़जरूर लगती है, लेकिन दोनों का संदर्भ एक-दूसरे से सर्वथा […]

विघ्न विनाशयक गणेशजी

भारत त्योहार प्रधान, धार्मिक आस्था और भाईचारे की भावना प्रधान, आध्यात्मिक देश है। हर दिन, हर सप्ताह, हर महीने कोई न कोई व्रत, त्योहार यहॉं मनाया जाता है, जिसकी वजह से मनुष्य कुछ हद तक अपने पर नियंत्रण कर अंकुश लगा पाता है, संयम रख लेता है, जिससे उसकी स्वयं की उन्नति होती है, विश्वास […]

सर्वसिद्घिदायक एकाक्षरी मंत्र ॐ

ॐकार को प्रणव मंत्र कहा जाता है। यह सर्वमंत्रों का मूल है और सभी मंत्रों में संयुक्त होता है अर्थात् यदि अन्य मंत्राक्षर रेलगाड़ी के डिब्बे हैं तो यह उनका इंजन है, शक्ति संचारक है, इसके बिना मंत्र अपना प्रभाव नहीं दिखाता, अतः इस मंत्र की अपूर्व महिमा है। वैदिक परम्परा में “ॐ’ ब्रह्मा, विष्णु […]

चराचर की हर रचना का अपना धर्म

भारतीय जीवन का वैदिक सिद्घान्त बहुत गहरा है। भारत में पीढ़ी दर पीढ़ी यह मान्यता चली आ रही है। भारतीयों का जीवन दैवी-शक्तियों में जागता है, वैदिकता में जागता है। जब जीवन वैदिकी में रहता है, तो सब कुछ सुचारू रहता है। सारे चराचर के प्राणी-मनुष्य, पशु-पक्षी, जीव-जन्तु, पेड़-पौधे सबका प्रकृतिजन्य अपना-अपना धर्म है, जो […]

ताकि परेशान न हों जब दो से तीन बनें

ताकि परेशान न हों जब दो से तीन बनें

अभी तक आप सिर्फ दो थे। अब आपके घर में एक नया मेहमान आ गया है। आपको गर्व है कि आप एक बच्चे के माता-पिता बन गये हैं। नये पेरेंट्स बनना अपने किस्म की जटिलताओं के साथ आता है। पेरेंट्सहुड जीवन को बदल देती है। सबसे पहली बात जो बहुत स्पष्ट भी है, आपको अपने […]