स्त्री जातक :- अनुराधा नक्षत्र में पैदा हुई स्त्री जातकों के चेहरे पर मासूमियत ऩजर आती है। कुरूप चेहरे वाली स्त्री भी अपनी सुन्दर कमर के कारण आकर्षक ऩजर आती है। अनुराधा नक्षत्र में उत्पन्न स्त्री अपने चेहरे, लम्बे बाल तथा सुन्दर कमर के कारण विपरीत सेक्स को अपनी तरफ आकर्षित करने की ताकत रखती […]
26 वर्षीय आकाश चोपड़ा के चेहरे पर अचानक बहुत सारे मुहांसे निकल आये। डॉक्टर के पास जाने की बजाय, जैसा कि आमतौर पर अपने देश में होता है, आकाश ने स्वतः ही अपना इलाज करना शुरू कर दिया। वे विटामिन-ई की गोलियॉं लेने लगे। 4 माह तक यह गोलियॉं नियमित खाने के बाद उनकी त्वचा […]
मासिक धर्म यदि रुका हो, तो अजवायन चूर्ण का एक चम्मच प्रातः एवं एक चम्मच सायं चार दिन लगातार पानी के साथ लें। मासिक धर्म नियमित होने लगेगा। बालों को झड़ने से रोकने के लिए अरंडी का तेल गर्म कर बालों की जड़ों में लगायें व हल्की मालिश करें। शहद की कुछ बूंदों को दूध […]
सामग्री मूंग, मोठ, चना, चॅंवला, चना दाल, हरी मिर्च, हरा धनिया, अदरक, पालक, लाल मिर्च पाउडर, गर्म मसाला, हींग, नमक, तेल। विधि मूंग, मोठ, चना, चॅंवला- सभी एक-एक मुट्ठी लेकर साफ करें व एक भगोने में पानी डालकर 6-7 घंटे भिगो कर रखें। फिर पानी से निकाल कर और 24 घंटे तक पतले कपड़े में […]
मास्टर जी को सामने की कुर्सी पर बैठाकर स्वयं भी उनके निकट ही बैठ गया। कलेक्टर की कुर्सी खाली रही। मास्टर जी की तरफ देखकर बोला, “”आज आपने बड़ी कृपा की, जो यहां तक आने का कष्ट किया।” मास्टर जी किसी तरह अपने भावावेश को नियंत्रित करते हुए बोले, “”कल ही मैं सर्विस से रिटायर […]
थिरियाई स्थित गिरिहंदुसेया मंदिर श्रीलंका में सबसे पुराना बौद्घ मंदिर माना जाता है, जिसमें बुद्घ के बालों के अवशेष सुरक्षित हैं। बर्मा के दो व्यापारियों तपस्सु व भल्लिक ने बुद्घ की बोधि – प्राप्ति के पन्द्रहवें दिन उन्हें चावल व शहद के बने व्यंजन अर्पित किये थे। बुद्घ ने उन्हें “धम्म’ उपदेश दिया। वे बुद्घ […]
धूमावती देवी महाविद्याओं में सातवें स्थान पर परिगणित हैं। इनके संदर्भ में कथा आती है कि एक बार भगवती पार्वती भगवान शिव के साथ कैलाश पर्वत पर बैठी हुई थीं। उन्होंने महादेव से अपनी क्षुधा का निवारण करने का निवेदन किया। कई बार मॉंगने पर भी जब भगवान शिव ने उस ओर ध्यान नहीं दिया, […]
महाभारत युद्घ का प्रारंभ शंखध्वनि से होता है। सबसे पहले कौरव पक्ष की ओर से कुरुओं में वयोवृद्घ भीष्म शंख बजाकर युद्घ प्रारंभ करने का संकेत देते हैं। साथ में, दुर्योधन की सेना भी तुमुलध्वनि से सिंहनाद में शामिल होकर अपनी तत्परता का प्रमाण देती है। यहॉं “सहसा’ शब्द इस तथ्य का द्योतक है कि […]
काका हाथरसी ने उनके बारे में कहा था- शैल मंच पर चढ़ेे तब मच जाता है शोर हास्य व्यंग्य के “शैल’ यह जमते हैं घनघोर जमते हैं घनघोर, ठहाके मारें बाबू मंत्री संत्री लाला लाली हों बेकाबू काका का आशीष विश्र्व में ख्याति मिलेगी बिना चरण “चल गयी’ ह़जारों वर्ष चलेगी उन्हें गु़जरे लगभग एक […]
भारत के साथ-साथ विदेशों में उत्तरी मंगोलिया से दक्षिण में बाली द्वीप और जापान से अमेरिका तक गणेश-पूजन भिन्न-भिन्न नाम व पद्घति के साथ आदिकाल से प्रचलित है। चीन, तुर्किस्तान, तिब्बत, नेपाल, जापान, बर्मा, स्याम, हिन्दचीन, जावा, बाली, बोर्नियां आदि देशों में गणेश-पूजा और उपासना के साथ ही विभिन्न प्रकार की गणेश प्रतिमाएं भी मिलती […]