उत्तम क्षमा

क्षमा तेजस्वी पुरुषों का उत्तम तेज है। क्षमा तपस्वियों का ब्रह्म है। क्षमा सत्यवादी पुरुषों का उत्तम सत्य है। क्षमा यज्ञ है और क्षमा मनोनिग्रह है। क्षमा दंड से भी बड़ा है। दंड देता है मानव, किन्तु क्षमा प्राप्त होती है देवता से। दंड में उल्लास है, पर शांति नहीं और क्षमा में शांति है […]

मुंबई का महालक्ष्मी मंदिर

मुंबई के सर्वाधिक प्राचीन धर्मस्थलों में से एक है, यहां का महालक्ष्मी मंदिर। समुद्र के किनारे बी.देसाई मार्ग पर स्थित यह मंदिर अत्यंत सुंदर, आकर्षक और लाखों लोगों की आस्था का प्रमुख केंद्र है। मां लक्ष्मी को धन की देवी माना जाता है। महालक्ष्मी की पूजा घर और कारोबार में सुख एवं समृद्घि लाने के […]

फोकस

फोकस

इधर देश की आ़जादी को पचासवॉं साल लगा और उधर ज्ञान बाबू की आँखें चिरौटा हो गयीं। कोयलों पर मोहर लगाने वालों ने अशर्फ़ियों की बोरी पर बोरी खोल दी। जो सयाने होते हैं, वे दोनों हाथ उलीचने का कोई मौका नहीं छोड़ते। हमारे ज्ञान बाबू तो ठहरे महा-सयाने, एकदम काने कौवे के माफिक। दोनों […]

पेट में सूक्ष्मरजीव और मोटापा

पेट में सूक्ष्मरजीव और मोटापा

वैज्ञानिकों ने एक ऐसे सूक्ष्मजीव का पता लगाया है, जो आपको अपने भोजन में से ज्यादा ऊर्जा प्राप्त करने में मदद करता है। इस खोज से संकेत मिलता है कि हमारी आंतों में उपस्थित सूक्ष्मजीव हमें दुबला-पतला या मोटा बना सकते हैं। यह भी संभावना नजर आती है कि सूक्ष्मजीवों की मदद से मोटापे का […]

लत लगने के बाद भी छोड़ी जा सकती है स्मोकिंग

“हर फिा को धुएं में उड़ाता चला गया…’ देवानंद का बेफिाी से सिगार पीते हुए ये गाना ऐसा लगता है, मानो जैसे कि सारी समस्याओं का अंत बस इसी में है। आज युवाओं ने यही फंडा अपनाया हुआ है, कोई भी चिंता हो, उसका सिर्फ एक ही हल है शराब या सिगरेट। फ्रस्टेशन या समस्याओं […]

नेत्र ज्योति के नुस्खे

घटक द्रव्य : आमाहल्दी चूर्ण 6 ग्राम, अफीम 1 ग्राम, फिटकरी 6 ग्राम, नीम के पत्तों का स्वरस 20 ग्राम तथा नींबू का रस 20 ग्राम। निर्माण विधि : एक लोहे का पात्र लेकर उसमें सभी द्रव्यों को डालकर पत्थर की मूसली से घोंटें, घोंटते-घोंटते जब शहद जैसा गाढ़ा हो जाए, तब उसे कॉंच की […]

बारिश में डायरिया से बचें

बारिश के मौसम में अपने को फिट रखना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। थोड़ी-सी लापरवाही आपको बीमारी की चपेट में ले सकती है। बारिश अपने साथ कई तरह की बीमारियां लेकर आती है। इस मौसम की प्रमुख बीमारी है – डायरिया। यह साफ-सफाई न रखने से होती है। खुले में रखा हुआ भोजन करने व दूषित […]

नागपंचमी

श्रावण शुक्ल पक्ष की पंचमी को नागपंचमी मनायी जाती है। भविष्योत्तर पुराण में एक उल्लेख मिलता है कि एक समय राजा शतानीक ने श्री सुमन्तु मुनि से पूछा, “”यदि सर्प किसी को डस ले और उस वेदना से उसका प्राणान्त हो जाए, तो मृत-जीव की कौन-सी गति होगी?” श्री सुमन्तु मुनि ने कहा, “”हे राजन, […]

नमोऽस्तु सर्पेभ्यो

संस्कृत की विख्यात कहावत है – पयःपानं भुजंगानां केवलं विषवर्द्घनम् अर्थात् सांपों को दूध पिलाना उन्हें अधिक विषैला बनाना है। परन्तु, ऐसा प्रतीत होता है कि यह कहावत कोई अत्याधिक पुरानी नहीं है, क्योंकि अति प्राचीन काल से सर्पों के विषय में दोनों प्रकार के मत प्रचलित रहे हैं। पहला, सर्प विषैला प्राणी है, अतः […]

कथाओं में नागपंचमी

नागों की पूजा का पर्व “नागपंचमी’ श्रावण शुक्ल की पंचमी को सारे देश में श्रद्घा पूर्वक मनाया जाता है। इस दिन गोबर से नाग की मूर्ति बनाकर उसे प्रातःकाल धूप, नैवेद्य, खीर, दूध, पंचामृत, कमल, फूल आदि समर्पित कर पूजा की जाती है तथा प्रणाम कर अभयदान की प्रार्थना की जाती है। इसके अलावा ब्राह्मणों […]