खेवनहार विभीषण

यह तय है कि विभीषणों के बिना राज नहीं किया जा सकता। कितने काम की ची़ज हैं विभीषण! इन लुढ़कन लोटों के बिना मुक्ति नहीं है। जियें तो जियें कैसे बिन आपके…। विभीषण हर युग में होते हैं। राज चाहे राम का हो या रावण का, विभीषण के बिना चल ही नहीं सकता। उनकी प्रशस्ति […]

जीवन गीता

एक राजकुमारी का नौलखा हार चोरी हो गया। हीरे और बहुमूल्य रत्नों से जड़े हार की खोजबीन राज्य भर में की गई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। अंत में हारकर राजा ने हार ढूंढने वाले को एक लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की। राजा का मंत्री एक दिन शहर के बाहर से गुजर […]

ब्लैकमेलिंग का हथियार बनता सूचना का अधिकार?

दिल्ली पुलिस ने एक व्यक्ति को इसलिए गिरफ्तार किया है कि वह सूचना के अधिकार का सहारा लेकर उन लोगों को ब्लैकमेल कर रहा था जिन्होंने या तो अवैध रूप से मकानों आदि का निर्माण किया था या सरकारी भूमि पर अतिामण किया था। वह उन सरकारी अधिकारियों को भी ब्लैकमेल कर रहा था जिन्होंने […]

ताकि बची रहे धरती बचा रहे जीवन!

ताकि बची रहे धरती बचा रहे जीवन!

अखबारों, टेलीविजन और पर्यावरण से जुड़ी विभिन्न संस्थाओं द्वारा लगातार ग्लोबल वार्मिंग पर चिंता जतायी जा रही है। ग्लोबल वार्मिंग को लेकर हम सभी चिंतित भी हैं। लेकिन क्या हमारी चिंता सिर्फ दिखावे भर की है? क्योंकि हमारे द्वारा लगातार पर्यावरण को बिगाड़ा जा रहा है। अब समय आ गया है और हमें अपने पर्यावरण […]

बंगला भाषा के प्रख्यात उपन्यासकार शरदचन्द्र चट्टोपाध्याय

बंगला भाषा के अमर कथाशिल्पी शरदचन्द्र चट्टोपाध्याय का व्यक्तिगत व सामाजिक जीवन अनेक विषमताओं से आप्लावित है। धनाभाव की जितनी प्रवंचनाएं उन्होंने झेली हैं, उतनी शायद ही किसी ख्यातनाम साहित्यकार ने झेली हों। इन दुःखद परिस्थतियों ने उन्हें इतना झकझोरा कि वे बेहद अंतर्मुखी होते चले गए। यहां तक कि वे अपना आत्मविश्र्वास ही खो […]

गुस्ताव की गुस्ताखी का कुसूखार कौन

कैरोबियाई देशों में तबाही मचाने के बाद अब समुद्री तूफान गुस्ताव अमेरिका के लिए दहशत बना हुआ है। गुस्ताव को तूफानों का बाप कहा जा रहा है। मौसम विज्ञानी भी इसकी भयावहता से हैरान हैं। वैसे यह कोई पहला मौका नहीं है, जब समुद्र से तबाही की खौफनाक तस्वीर सामने आई हो। बीते दिनों म्यांमार […]

द्रोण

कलाकारः अभिषेक बच्चन, प्रियंका चोपड़ा, के.के.मेनन, नवनीत निशान, जया बच्चन संगीतः ध्रुव घाणेकर निर्देशकः गोल्डी बहल निर्देशक गोल्डी बहल की बहुत उछाली हुई फिल्म द्रोण की शुरूआत होती है, प्रियंका चोपड़ा के सुदीर्घ निवेदन से। प्रियंका के पुराणों के अनुसार देव तथा असुरों के बीच अमृत के लिये अब भी होड़ जारी है। वंश परंपरागत […]

धन कमाने में बिक गई नींद हमारी

बरसों पहले कृश्र्न्न चंदर का उपन्यास पढ़ा था “बम्बई रात की बांहों में’। तब उम्र छोटी थी, इसलिए उसके कथानक को समझ नहीं पाया। आज जब यह मायानगरी हमारे सामने मुम्बई बनकर आयी है, तब से यह सपनों का शहर बनकर रह गयी है। हर आदमी यहां एक सपना लेकर आता है। सपने का संबंध […]

अजब-गजब मौतें

अजब-गजब मौतें

शैम्पेन की बोतल के अचानक खुलने वाले कॉर्क की चोट से, उन्मुक्त हो चुके हाथी के पांवों के नीचे कुचलकर, वियाग्रा के अति सेवन से तथा इसी तरह की और भी मामूली तथा अजीबोगरीब वजहों से न जाने कितने लोग असमय ही भगवान को प्यारे हो गए। हाल ही में प्रकाशित एक पुस्तक में ऐसे […]

स्वयं से जुड़ने की कोशिश करो

ये विडंबना ही तो है कि व्यक्ति समाज से जुड़ता है, संसार से जुड़ता है। संबंधों के नित- नये आयाम रच लेता है, लेकिन अपने आप से दूर हो जाता है। अपने से टूट कर संसार से जुड़ने में भला कोई समझदारी है? सारा जीवन मरते रहे बाहरी दुनिया की चकाचौंध से भ्रमित हुए, उसके […]