सामग्री : चॉकलेट के छोटे टुकड़े 300 ग्राम मिल्कमेड 175 ग्राम वनिला एसेंस 1/2 बड़ा चम्मच नींबू का रस 3/4 छोटा चम्मच नमक 1 चुटकी और सफेद चॉकलेट (सजावट के लिए) 25 ग्राम विधि : एक चौकोर बेकिंग टिन पर चिकनाई लगा लें। एक सॉसपैन में धीमी आँच पर चॉकलेट व मिल्कमेड पिघलाएँ। बीच-बीच में […]
महिला और पुरुष द्वारा की गई यौन-क्रिया का फल होता है- बच्चे का जन्म। अब सवाल यह उठता है कि बच्चे के जन्म के बाद युगल कब से पुनः सहवास कर सकता है? क्या बच्चे के जन्म का उनकी सेक्स लाइफ पर असर पड़ता है? अगर हॉं, तो किस प्रकार? देखा जाये तो बच्चे के […]
मनुष्यता की श्लोक-गाथा पुस्तक – भूमिका कवि – डॉ. सी. नारायण रेड्डी अनुवाद – प्रो. माणिक्याम्बा “मणि’ प्रकाशक – सौरभ प्रकाशन, हैदराबाद मूल्य – 100 रु. मात्र डॉ. सी. नारायण रेड्डी मूलतः तेलुगू कवि होने के बावजूद लगभग समस्त भारतीय भाषाओं की आधुनिक काव्यधारा के प्रतिनिधि कवि हैं। हिन्दी जगत तो उनकी काव्य प्रतिभा का […]
एक माहिर और नौसिखिया डाइवर में क्या फर्क होता है? यूं तो इस फर्क को जानने के कई तरीके हो सकते हैं, लेकिन सबसे आसान है यह देखना कि डाइव करते समय डाइवर गियर किस अंदाज में बदलता है। अगर डाइवर अनुभवी है और डाइविंग में उसका हाथ साफ है तो साथ बैठे व्यक्ति को […]
अभी भी बड़े-बड़े तीसमारखाओं को किसी दफ्तर में काम करवाने जाने का नाम सुनते ही दादी-नानी याद आ जाती है, क्योंकि “दफ्तर’ है ही ऐसा शब्द। यमराज के बाद किसी से जनता डरती है तो बस दफ्तर से। बेचारी जनता, निरीह जनता! इस लोक में भी डर, उस लोक में भी डर। दफ्तर की परिभाषा- […]
हैदराबाद की समृद्घशाली ऐतिहासिक पृष्ठभूमि हमेशा से ही यहॉं रहने वालों तथा देश व दुनिया के लोगों के लिए कौतूहल का विषय रही है। हैदराबादी तहजीब हो या यहॉं की गंगा-जमुनी संस्कृति, वास्तु, कला अथवा निजाम के अजीबोगरीब किस्से-कहानियॉं, सदैव लोगों में दिलचस्पी जगाती हैं और कुछ जानने की। इस बारे में उर्दू व अंग्रे़जी […]
वर्ष 2005 में सूचना के अधिकार को लागू करने के पीछे दो ही मुख्य उद्देश्य थे। कामकाजी प्रिाया को जानने का हक देकर आम आदमी के जनतंत्रात्मक अधिकार को पूर्णतया पारदर्शी बनाना। दूसरा और ज्यादा अहम् यह कि सरकारी कामकाज और कार्यवाही में टालमटोल कर विलम्बन से उत्पन्न भ्रष्टाचार की गुंजाइश को खत्म करना। सूचना […]
इधर योगासनों का बड़ा बोलबाला है। रोज नये-नये योगाचार्य प्रकट हो रहे हैं और इस असार संसार को नये-नये योगासनों से अभिभूत कर रहे हैं। मैंने भी नेताओं के लिए कुछ नये योगासनों का आविष्कार किया है जो नये, पुराने तथा भावी नेताओं के बड़ा काम आयेगा। उनके लाभार्थ ये आसन नीचे दे रहा हूँ। […]
गोपमाल महर्षि अंगिरा के शिष्य थे। विद्या पूर्ण हो जाने के बाद महर्षि ने उन्हें सदाचार का पालन करते हुए गृहस्थ जीवन जीने की प्रेरणा दी। गोपमाल की पत्नी भी संस्कारी और धर्मपरायण थी। दोनों गृहस्थ जीवन का पालन करने के साथ-साथ गायों की सेवा करते थे। गायों का दूध बूढ़े एवं असहाय लोगों को […]
भले ही आज का बौद्घिक समाज गांधी और गांधी के विचार की उपयोगिता और प्रासंगिकता पर सवाल खड़ा करे, लेकिन बहुत गहराई में टटोलने पर लगता है कि जिन सवालों ने आज हमें घेर रखा है, उन सवालों का जवाब अगर किसी एक आदमी के पास है तो वह निश्र्चित रूप से गांधी हैं। पिछली […]