“लोकसभा चुनाव में महिलाएँ 181 सीटों पर काबिज’। चौंकिये मत, अगर 108 वें संविधान संशोधन के साथ 6 मई, 2008 को यूपीए द्वारा संसद में महिलाओं के लिए एक तिहाई सीटों के आरक्षण के लिए राज्यसभा में पेश “महिला आरक्षण विधेयक’ पारित हो जाता है तो महिलायें इससे भी ज्यादा सीटों पर कब्जा करने में […]
कुछ बच्चे धनुष-बाण लेकर खेल रहे थे। तभी वहॉं से एक बूढ़ा व्यक्ति कमर झुकाकर, ऩजरें झुकाकर गुजरा। बच्चों ने देखा उसकी गर्दन झुकी हुई है, कमर झुकी हुई है और ऩजरें भी झुकी हुई हैं, तो उन्होंने पूछा, “बाबा! तुम्हारा क्या कुछ खो गया है, जिसे तुम ढूंढ रहे हो और तुमने यह तीर-कमान […]
दो महीने से भी अधिक समय तक एक सफल आंदोलन का संचालन करने वाली अमरनाथ यात्रा संघर्ष समिति के हिस्से में एक बहुत बड़ी कामयाबी यह दर्ज हुई है कि उसने अपने संघर्ष को सफलता के मान्य-बिन्दु तक पहुँचा कर ही दम लिया है। एक समझौते के तहत सरकार ने अमरनाथ श्राइन बोर्ड को यात्रा […]
आजकल गॉंवों में एक ही मुहावरा चल रहा है कि “दे मत देना’। जिन्होंने दिया वे पागल थे। जिन्होंने दिया वे लुट गये और जिन्होंने नहीं दिया वे बच गए। गॉंवों में आजकल एक नया नारा भी प्रचलन में है। लिये जाओ, लिये जाओ। बीज, ट्यूबवेल, औजार, खाद, स्ंिप्रंकलर आदि सब चीजों के लिये बैंकों […]
महान प्रभाववादी चित्रकार विन्सेंट वान गॉग की कारुणिक जीवन कथा कुछ-कुछ वैसी ही है जैसे हमारे महान प्रगतिशील कवि गजानन माधव मुक्तिबोध की थी। प्रगतिशीलता के शिखर कवि माने गये मुक्तिबोध की कोई भी किताब उनके जीवित रहते नहीं छपी थी। अभाव और अप्रसिद्घि के इसी बियाबान से वान गॉग को भी गुजरना पड़ा था। […]
संयोग तो संयोग होता है। एक तारा नष्ट हो और आपकी आँखें ठीक उसी समय आसमान के उसी हिस्से पर गड़ी हों, इससे बड़ा संयोग क्या होगा। हाल ही में कुछ वैज्ञानिकों के साथ ऐसा ही संयोग हुआ। आमतौर पर बड़े-बड़े तारों की मृत्यु तब होती है, जब उनके केंद्रीय भाग में उपस्थित ईंधन चुक […]
दोस्तों, जब भी कहीं आ लग जाती है तो आग बुझाने के लिए पानी का इस्तेमाल किया जाता है। आग बुझाने वाले फायर ब्रिगेड भी पानी द्वारा ही आग बुझाते हैं। अब सवाल ये है कि पानी आग कैसे बुझा देता है? पानी द्वारा आग बुझाने की क्रिया को समझने से पहले यह जानना जरूरी […]
चाहे बरसात का हो या कोई और पानी, सभी में एक खास प्रकार का नमक मौजूद होता है। पानी सादा है या नमकीन, यह हमारे स्वाद करने की क्षमता पर निर्भर करता है, जिसके लिए हमारे टेस्ट बड्स जिम्मेदार होते हैं। तुम अपने घर में रखे फिल्टर से तीन गिलास पानी लो। एक का स्वाद […]
नदी किनारे चम्पक वन था। इस जंगल में बहुत से जानवर मिलजुल कर रहते थे। सुख-दुःख में वे सब एक-दूसरे के काम आते थे। उसमें से कालू कौआ बहुत दुष्ट और चालबाज था। वह सभी जानवरों की चापलूसी करके अपना काम चला लेता था। उससे भी बुरी आदत उसकी यह थी कि वह झूठ बहुत […]
कॉमन कैसोवरी दौड़ने वाले पक्षियों की श्रेणी में आता है। पक्षी होने के बावजूद यह उड़ नहीं सकता। इनकी टांगें शक्तिशाली होती हैं, जिनकी सहायता से ये जमीन पर दौड़ सकते हैं। यही नहीं, कंटीली झाड़ियों पर भी ये तेजी से दौड़ सकते हैं। कॉमन कैसोवरी ऑस्टेलिया और गिनी में पाये जाते हैं। नर और […]