अंग्रेजी का भूत

नेेहा के बच्चे कॉन्वेन्ट स्कूल में पढ़ते थे। वह बच्चों को लेने के लिए स्कूल जाया करती थी। बच्चों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने में भाषायी समस्या न हो, इसलिए वह उन्हें अंग्रेजी माध्यम से पढ़ा रही थी। हमारे देश में अंग्रेजी की अहमियत अंग्रेजों के देश से भी ज्यादा है। घर में वह बच्चों […]

गतांक से आगे

मेरे बेटे का नाम कृष्ण है, इसलिए मैं तो इसका नाम राधा ही रखूँगी।” मजबूर लाजो पारिवारिक आदर्श, सभ्य संस्कृति, सच्ची सादगी और लोकलाज का लबादा ओढ़े शादी की डोली में बैठी। सारी इच्छाएँ दबाए वह रुख्सत हुई। मैंने अपनी पोती लाजो को ढेरों आशीर्वाद दिए। मेरी लाजो अभी कुछ दूर पहुँची भी न थी […]

बहरापन दूर करने की कोशिश

वैज्ञानिक एक खास तरह की जीन थेरेपी से लोगों में बहरापन दूर करने की कोशिश कर रहे हैं। अगर ऐसा हो जाता है तो इससे दुनिया भर के लाखों लोग फिर से सुन सकेंगे। जर्नल नेचर में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, कान के अंदरूनी हिस्से (इनर इयर) की सेल्स के दोबारा उत्पादन से बहरापन को […]

एलर्जी और होमियोपैथी

संपूर्ण विश्र्व में हाई फीवर, एलर्जिक साइनाइटिस, अस्थमा, एक्जीमा, नजला आदि आम रोग हैं, जो प्रदूषण, औद्योगीकरण और अतिरिक्त प्रभाव छोड़ने वाली शक्तिशाली एलोपैथिक औषधियों के सेवन के कारण उत्पन्न होते हैं। जब किसी व्यक्ति को किसी विशेष खाने-पीने, पहनने-ओढ़ने, मौसम और वातावरण में परिवर्तन के कारण किसी भी प्रकार की असहिष्णुता आ जाती है, […]

डायबिटीज

डायबिटीज का इलाज ढूंढने की दिशा में बड़ी कामयाबी मिली है। रिसर्चरों ने साधारण कोशिकाओं को इंसुलिन उत्पादक कोशिकाओं में बदलने में सफलता हासिल की है। गौरतलब है कि इंसुलिन ब्लड में शुगर की मात्रा को नियंत्रण में रखता है। अगर शुगर का लेवल बढ़ जाये तो व्यक्ति डायबिटीज का शिकार हो जाता है। वैज्ञानिकों […]

अमृत है मट्ठा

मट्ठा (छांछ) धरती का अमृत है। यह शरीर की बीमारियों को दूर भगाता है। बाजार में बिकने वाले महंगे शीतल पेयों से छांछ लाख गुना अच्छी होती है। इसके कई फायदे हैं। मट्ठे का प्रयोग कई तरह से किया जा सकता है – हिचकी लगने पर मट्ठे में एक चम्मच सौंठ डालकर सेवन करें। उल्टी […]

उजड़ते वन और छीजता पर्यावरण

वन किसी भी देश की अनमोल संपदा तथा पर्यावरण का एक प्रमुख अंग होते हैं। लेकिन आज इनका विनाश एक प्रमुख पर्यावरणीय समस्या बना हुआ है। यह समस्या पेड़ों की अनियंत्रित कटाई, अधिक चारागाह, बढ़ती जनसंख्या व बढ़ते शहरीकरण के चलते वनों के अधिक उपयोग से उत्पन्न हुई है। वनों से न सिर्फ अऩगिनत उपयोगी […]

इस रात की सुबह नहीं!

कई सालों बाद लिट्टे (लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम) नेता वेल्लुपिल्लई प्रभाकरन गरज रहे हैं। जिंदा होने और मारे जाने की आशंकाओं के बीच प्रभाकरन ऐसे ही रहस्यमयी ढंग से प्रकट होते हैं और ललकार लगाने लगते हैं। लेकिन क्या पिछली सदी के 70 के दशक से जारी तमिल आंदोलन लिट्टे की इस ललकार से […]

दूसरों की यात्रा से मंजिल नपने का इंत़जार

प्रदेश के समस्त राजनीतिक दल, इन दिनों जनता जनार्दन के भीतर पैठ बनाने के लिए अति सिाय हैं। मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी ने कामावरापुकोटा (पश्र्चिम गोदावरी) में जातिगत पत्ता फेंकते हुए कापुओं से स्कॉलरशिप देने का वादा किया है। कहा है कि आर्थिक रूप से पिछड़े (ईबीसी) वर्ग के छात्रों को, जिनके परिवार की सालाना […]

भारत के चंद्र-अभियान से चौंकी दुनिया

अगर मीडिया की सुर्खियों और उसके विश्लेषणों को देश का मन टटोलने का जरिया मानें तो मानना पड़ेगा कि भारत का मून-मिशन यानी चन्द्रयान अभियान दुनिया के अलग-अलग देशों में चर्चा, चिंता और चौंकने का सबब बन चुका है। शुरूआत अपने पड़ोस से ही करते हैं। भारत के चंद्रयान अभियान को लेकर पाकिस्तान के सभी […]