विन्नी की चतुराई

विन्नी की चतुराई

विन्नी एक बेहद मेहनती और प्यारा भालू था। वह चंदनवन में अपने गुणों के कारण सबका चहेता बन गया था। वह स्वयं अपने खेत में गाजर उगाता और उन्हें बेचकर अपना जीवनयापन करता था। उसी वन में एक खरगोश भी रहता था, जो बड़ी ही चालाक बुद्धि का था। उसकी नज़र हमेशा विन्नी के गाजरों […]

विश्व की चुनौती है धरती का बुखार

संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून का कहना है, “आज ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु में बदलाव ने हमें विनाश के मुहाने पर ला खड़ा किया है।’ इसमें दो राय नहीं कि इसके लिए वास्तव में हम ही जिम्मेदार हैं। लेकिन विडम्बना यह है कि इसके भयावह खतरे को हम गंभीरता से समझ नहीं पा रहे […]

आओ कमेटी बनाएँ

आपको खुशी है या नहीं, यह तो मैं नहीं जानता, लेकिन मुझे इस बात की अपार खुशी है कि मुझे एक समिति का सदस्य बनाया गया है। लोग अपने व्यक्तित्व निर्माण के लिए समिति का सदस्य बनने के लिए बड़ी-बड़ी तिकड़में लड़ाते हैं। मैं बिना तिकड़म के ही कमेटी में आ गया हूँ। हमारे यहॉं […]

माता-पिता की एक बड़ी परेशानी बच्चों की टीवी देखने की लत

पेशे से पत्रकार मिस्टर अरविंद शर्मा शाम को जब लौटकर घर आते हैं तो उन्हें टेलीविजन पर समाचार या समाचार आधारित करेंट अफेयर्स के प्रोग्राम देखने की इच्छा होती है, लेकिन उनके दोनों बच्चे स्कूल से लौटकर आने के बाद एक बार टीवी का रिमोट अपने हाथ में ले लेते हैं तो उसे रात को […]

याचना नहीं अब रण होगा – इस हुंकार में छिपे सियासी अर्थ

जिस समय ये पंक्तियां लिखी जा रही हैं तब तक करीब-करीब यह तय हो चुका है कि यूपीए सरकार एटमी डील के मामले में वामपंथी पार्टियों की परवाह न करके आगे बढ़ेगी। बदले में वामपंथी पार्टियां यूपीए सरकार को दिया जा रहा अपना समर्थन वापस ले लेंगी जिसकी उन्होंने औपचारिक रूप से घोषणा भी कर […]

जुकाम और घरेलू चिकित्सा

जुकाम और घरेलू चिकित्सा

गर्मी के मौसम में कंठ सूखने की शिकायत बहुत होती है। प्यास अधिक लगने पर एक छुहारे की गुठली को मुंह में रखकर चूसने से लाभ होता है। आलू बुखारा चूसने से भी गले की खुश्की मिट जाती है। दमा रोग से पीड़ित हैं तो निराश न हों। रात में सोने से पहले भुने चने […]

सेक्सोमनिआ नींद में भी करते हैं रति क्रिया

सेक्सोमनिआ नींद में भी करते हैं रति क्रिया

अक्सर सुनने में आता है कि फलॉं व्यक्ति नींद में चलता है, नींद में बड़बड़ाता है, नींद में डर जाता है या बिस्तर गीला करता है इत्यादि। नींद से जागने के बाद उक्त व्यक्ति को नींद के दौरान किये गये इन कार्य-कलापों के बारे में कुछ याद नहीं रहता। कुछ ऐसी ही अवस्था है, स्लीप […]

तरबूज

आ गई गर्मी, देखो भैया, सूख गये सब ताल-तलैया। लू चल रही है तेज, सूख गये हरे-भरे खेत, पर एक खुशी खूब आई, गर्मी अब तरबूज लाई। मोटे, गोल, हरे-हरे लाल-लाल रस भरे। मुन्ना राजा खा रहा है, मुन्नी को भी भा रहा है। नहीं दांतों की दादी को फिा, करती तरबूज खाने का जिा। […]

उफ! ये गर्मी

उफ! ये गर्मी सब पर भारी, दहक उठी है धरती सारी। गर्म हवा ने तीर चलाए, हरे-भरे पेड़ मुरझाए। अकड़ रहे हैं सूरज राजा, ठंडी हवा का बज गया बाजा। बड़ी तेज आती है धूप, गुस्साया सा उसका रूप। नदियों में कम हो गया पानी, तालों पर दिखती वीरानी। नलों से पानी न आता, पानी […]

समय की कीमत

टन-टन, टन-टन बजी घंटी। बस्ता लेकर भागा बंटी।। मम्मी चिल्लाई कर लो नाश्ता। उसने नापा स्कूल का रास्ता।। भूला गणित की कापी-किताब। गुस्सा हो गए मास्टर साहब।। माफी मांग कर जब जान छुड़ाई। समय की कीमत तब समझ आईर्।। – डॉ. अनिल सवेरा