प्रोफेसर विजय मोहन अपने प्रदेश के एक जाने-माने कॉलेज में परीक्षा कंडक्ट करने आए। संस्कृत साहित्य के विद्वान प्रोफेसर अपने कॉलेज में बड़े लोकप्रिय थे। बच्चे उन्हें प्यार से मोहन सर कहते थे। इस कॉलेज में वे पहली बार ही यूनिवर्सिटी परीक्षा कंडक्ट करने आए थे। यहॉं के सीनियर सुपरिटेंडेंट यानी कॉलेज प्रिंसिपल बड़े अनुशासन […]
वो चाहे मल्लिका शेरावत हों, बिपाशा बसु हों या राखी सावंत, ये सब नये जमाने की रूपसियां हैं। उनका व्यक्तित्व अलग-अलग होते हुये भी इन सबमें एक चीज कॉमन है, वो यह कि जब भी इन बदन दिखाऊ अभिनेत्रियों से अंगप्रदर्शन के बारे में बात की जाती है तो उन सबका यही उत्तर होता है […]
वैद जैसे ही कार्यालय में पहुँचा, गिरिधारी ने तपाक से कहा – तुम दोगले हो! क्या बकते हो? कह दिया जैसा देखा वैसा। तुम्हें जबान सम्हालकर बात करनी चाहिए। मैं जानता था, तुम सच्चाई बर्दाश्त नहीं कर पाओगे, किन्तु कडुआ सच सहन करने की आदत डाल लोगे तो तुम्हें तकलीफ नहीं होगी, गुस्सा भी नहीं […]
बाबूजी, आखिर आप भी चले ही गये। इस चुस्त-दुरुस्त देह से लड़ते हुए आप भी हार गये। नहीं-नहीं! आप हारे नहीं बाबूजी, आप तो जीत गये। इस देह को तो आपने स्वयं ही छोड़ा होगा। अगर बात हारने वाली होती तो अम्मा के जाते ही आप भी कहीं टूट जाते। सोचा तो सभी ने यही […]
वेदांत और अध्यात्म के दीप-पुरुष स्वामी विवेकानंद उन गिने-चुने संन्यासियों में से हैं, जिनकी कीर्ति दुनिया के कोने-कोने में बिखरी हुई है। भारतीय संस्कृति, धर्म और अध्यात्म के प्रकांड विद्वान स्वामी विवेकानंद का वास्तविक नाम नरेन्द्रनाथ दत्त था। 12 जनवरी, सन् 1863 को उनका जन्म कोलकाता में हुआ था। 16 वर्ष की आयु में नरेन्द्रनाथ […]
कक्षा तीन में पढ़ने वाले एक विद्यार्थी ने कभी मेरा सपना शीर्षक लेख में बड़ी शिद्दत के साथ लिखा था कि उसका एकमात्र सपना है कि वह बड़ा होकर राष्ट्रपति बने। वह बच्चा अब जवान हो चुका है और अपनी उम्र की 46 सीढ़ियॉं भी चढ़ चुका है। इस उम्र तक पहुँचते-पहुँचते इस बच्चे ने […]
गर्म देसी घी में काली मिर्च का चूर्ण मिलाकर रोटी के साथ सेवन करने से जुकाम ठीक हो जाता है। पुराना गुड़ और कालीमिर्च का चूर्ण मिलाकर, उबाल कर चाय की तरह पीने से भी जुकाम दूर हो जाता है। प्याज के रस में अदरक का रस मिलाकर सेवन करने से भी जुकाम में लाभ […]
जीवन एक यात्रा है और प्रत्येक मनुष्य यहॉं यात्री है। जन्म से लेकर मृत्यु तक हर मानव इस जीवन-यात्रा पर यात्रायित रहता है। यह जीवन-यात्रा और उसके यात्री तभी सफल होते हैं, जब जीने का सही अर्थ जान लें। व्यक्तित्व व्यक्ति का अपना होता है, मगर उसे सृजन, विकास और सुरक्षा में बाहरी परिवेश, वातावरण, […]
दरअसल, नींद का हमारे स्वास्थ्य से सीधा संबंध होता है। जब हम सोते हैं तो उस वक्त शरीर से निकलने वाले रसायन शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। सोते समय रोशनी बंद करने से हमारे शरीर में कैलोटोनिन हारमोन का स्राव होता है जो हमें पूर्ण विश्राम व मानसिक शांति प्रदान करता है।
दरअसल, गिरगिट अपनी पृष्ठभूमि तथा वातावरण के अनुकूल ही अपना रंग बदलते हैं ताकि वे अपने शत्रुओं की मार से बच सकें। गिरगिट की त्वचा के नीचे स्थित कोशिकाएँ इस कार्य में मदद करती हैं। इन कोशिकाओं में पीले, काले एवं लाल वर्णक पाए जाते हैं। उत्तेजना में पीले और गुस्से की अवस्था में गहरे […]