देश का भविष्य कहलाने वाले युवा होते किशोर दिनोंदिन नशे की गिरफ्त में आते जा रहे हैं। उनके हाथों में अब किताब की जगह अपनी ही मौत का सामान होता है। सड़कों पर रहने वाले या रेलवे अथवा अन्य स्थलों पर जीवन बिताने वाले ये किशोर हेरोइन व स्मैक का धड़ल्ले से इस्तेमाल करते हैं। […]
हमारे समाज में सेक्स के बारे में या उससे संबंधित विषयों पर खुलकर बातचीत करना सामान्य रूप से अच्छा नहीं माना जाता। ऐसे वातावरण में पले-बढ़े अभिभावक भी अपने बच्चों से इस विषय पर बातचीत करने में कतराते हैं, जबकि यह आज के समय की मॉंग है। विद्यालयों में यौन-शिक्षा की आवश्यकता पर जो बल […]
संसार में कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो चरित्र का महत्व तो मानते हैं, परन्तु चरित्र के नियमों का पालन नहीं करते। वे कहते हैं कि, “”अकेले हमारे चरित्रवान बनने से क्या होगा? मैं तो चरित्रवान बनने को तैयार हूँ परन्तु दूसरे लोग भी चरित्र की मर्यादा को अपनायें, तभी तो कुछ बात बनेगी। एक […]
माता का दूध नवजात शिशुओं को अस्थमा से सुरक्षा प्रदान करता है। शोध में यह पाया गया कि जिन शिशुओं ने 9 महीने तक माता के दूध का सेवन किया, उन्हें इस रोग से सुरक्षा मिली। अस्थमा का संबंध किसी एक कारण से नहीं, बल्कि कई अन्य कारणों से है। जैसे अगर अभिभावक अस्थमा से […]
भारतीय परंपराओं एवं पौराणिक श्रुति-स्मृतियों के अनुसार भगवान विष्णु ने समय-समय पर अद्भुत अवतार लेकर पापों का नाश कर धर्म की पुनर्स्थापना की। देश के अलग-अलग राज्यों के क्षेत्रों में अपने-अपने आराध्य देवी-देवताओं का पूजन-अर्चन करने की मान्यताएँ प्राचीनकाल से चली आ रही हैं। जहां हिमाचल प्रदेश में माता दुर्गा के नव-रूपों की अगाध श्रद्धापूर्वक […]
एक बार भगवान नारायण वैकुण्ठलोक में सोये हुए थे। उन्होंने स्वप्न में देखा कि करोड़ों चन्द्रमाओं की कांतिवाले, त्रिशूल-डमरू-धारी, स्वर्णाभरण-भूषित, सुरेन्द्र-वन्दित, सिद्धिसेवित त्रिलोचन भगवान शिव प्रेम और आनन्दातिरेक से उन्मत्त होकर उनके सामने नृत्य कर रहे हैं। उन्हें देखकर भगवान विष्णु हर्ष से गद्गद् हो उठे और अचानक उठकर बैठ गये, कुछ देर तक ध्यानस्थ […]
दुनिया में जितने भी देश हैं, सबकी अपनी-अपनी विशेषताओं के कारण पहचान है। भारत की पहचान उसका अपना वैदिक ज्ञान है। इसी वेद-विज्ञान के कारण भारत और भारतीय-संस्कृति की विश्र्वभर में श्रेष्ठता के साथ पहचान बनी है। आज का युग विज्ञान और वैज्ञानिकता का युग है। आज पूरे विश्र्व में भारत के वेद-विज्ञान की वैज्ञानिकता […]
हिमाचल प्रदेश में चंबा नगर के साथ कलकल बहती रावी नदी के पार लगभग बीस किलोमीटर की दूरी पर बसा है साहू या साहो गॉंव। एक ऐतिहासिक और अपनी तरह का एकमात्र मंदिर यहॉं होने के कारण यह गॉंव अत्यंत प्रसिद्ध है। इस पर्वतीय क्षेत्र में यह मंदिर देवदार के विशाल वृक्षों से घिरा हुआ […]
देव-संस्कृति को गायत्री महामंत्र का उद्गम माना गया है। पुराणों में कथा है कि सृष्टि के आदि में जब ब्रह्माजी को विश्र्व-ब्रह्मांड की संरचना का काम सौंपा गया तो वे विचारने लगे कि मैं एकाकी उस महान कार्य को कैसे संपन्न करूं? न उस कार्य का ज्ञान है और न ही अनुभव। न साधन हैं, […]
महर्षि नारद का नाम सुनने पर आमतौर पर सामान्यजन की भृकुटी तन जाती है। उसके मन-मस्तिष्क में इस नाम से जुड़ी उस मानुष की तस्वीर उभर आती है, जो हास्य का पर्याय हो और जिसे इधर-उधर की बात करने की आदत पड़ी हो। यह स्थिति इस कारण बनती है कि ऐसे लोग महर्षि नारद के […]