गर्मियों में हाथ-पैरों की जलन मिटाने के लिए तरबूज के छिलके रगड़ें। जलन उ़डन-छू हो जाएगी। सफेद प्याज के रस में शहद मिलाकर सेवन करने से शरीर में खून की कमी दूर होती है तथा दमा रोग में भी यह बहुत लाभदायक है। जिन्हें मानसिक तनाव बना रहता है उन्हें प्याज का सेवन करना चाहिए, […]
बु़ढापा आने पर क्या होता है? हम सुस्त व कमजोर हो जाते हैं और अपने संतुलन का बोध खो बैठते हैं। क्या इस स्थिति को रोका जा सकता है? शोधकर्ताओं का कहना है कि अब बुजुर्ग भी अपनी मांसपेशियों को बरकरार रख सकते हैं और लम्बे समय तक कसरत कर सकते हैं। बूढ़ों के लिए […]
साढ़े तीन वर्ष की निधि की दाहिनी आँख उभर कर बाहर को आ गई, तीन वर्षीय उधो साधू चलते हुए चीजों से टकरा जाता था तथा दो वर्षीय विघ्नेश की दाई आँख में सफेद चमक सी दिखाई पड़ती थी। ये सभी बच्चे आँख के कैंसर “रेटीनोब्लास्टोमा’ से पीड़ित थे। आँख का यह कैंसर सिर्फ बच्चों […]
हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी जिस्मानी स्थिति है जिसे आमतौर से नजरंदाज कर दिया जाता है। बदकिस्मती यह है कि दुनिया भर में जितने लोग इससे मर रहे हैं, उतने किसी और बीमारी से नहीं। इससे भी ज्यादा खराब खबर यह है कि भारत व अन्य विकासशील देशों में हाई ब्लड प्रेशर के कारण मृत्युदर […]
प्रोबायटिक आहार गर्भवती महिलाओं और शिशुओं की प्रतिरक्षण प्रणाली को मजबूत और विकसित करने में मददगार साबित हो सकते हैं। इसे एलर्जी की रोकथाम के हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। एक अध्ययन में बताया गया है कि एंटी बायटिक की खुराक के साथ प्रोबायटिक आहार आंत में संतुलन बनाये रखता है। […]
दूरदर्शन की शुरुआत, उसके विस्तार और तकनीकी प्रोन्नति में कृषकों के लिए दिखाए जाने वाले कार्यक्रमों की बड़ी भूमिका रही है। भारत में दूरदर्शन के रंगीन कार्यक्रम एशियाड के दिनों में शुरू हुआ। तब भी यह अवधारणा थी कि किसानों को व्यावहारिक प्रदर्शन दिखा कृषि-पंडित बनाया जाए, जो खेती-किसानी को देख, अपनी कृषि भूमि पर […]
ग्रीष्म की तेज धूप में उजले-पीले फूलों के लंबे झुमकों को अपने सिर पर मुकुट की तरह धारण करने वाला वृक्ष अमलतास अपने अद्भुत सौंदर्य से सबका मन मोह लेता है। यह वृक्ष भारत और बर्मा (म्यांमार) के जंगलों में बहुतायत से पाया जाता है। अमलतास मध्यम आकार का पर्ण-प्रपाती वृक्ष है जिसकी गोलाई 3 […]
भारत में सेटेलाइट चैनलों का प्रसारण संचार क्रांति के क्षेत्र में अभूतपूर्व घटना थी। इसने लोगों की जीवन-शैली ही बदल कर रख दी। टेलीविजन लोगों के जीवन का अहम हिस्सा बन गया। जहॉं एक ओर दूरदर्शन पर कार्यक्रमों का प्रसारण निश्र्चित समय पर होता था, वहीं दूसरी ओर सेटेलाइट चैनलों पर चौबीस घंटे, सातों दिन […]
चिंतामणि बहुत झल्लाए हुए थे। किसी परिचित का हॉस्पिटल बिल अपने समाजवादी झोले में अन्यान्य अल्लम गल्लम लिटरेचर के साथ कुछ उसी तरह जमा करके रखा हुआ था, जैसे ग़रीबी की रेखा से नीचे वाले परिवारों के सदस्य, सरकारी फ़ाइलों में पड़े रहा करते हैं। बड़े दिनों बाद मिले थे। सो छूटते ही बोले, गुरू, […]
मिट्टी का घड़ा जिसे मटका भी कहते हैं, इसकी उपयोगिता भीषण गर्मी में महसूस होती है। जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है, प्यास से गले सूखते हैं। और फिर ठंडे पानी की इच्छा होती है। गर्मी के मौसम में जगह-जगह ठंडे पानी के प्याऊ देखे जाते हैं, फिर भी आम लोगों को प्यास से निजात नहीं मिलती। […]