अंतर्राष्टीय श्रम संगठन (आईएलओ) के आंकड़े इस बात की गवाही देते हैं कि रोजगार की दुनिया में महिलाओं की संख्या बढ़ रही है लेकिन संख्या बढ़ने के बावजूद रोजगार में महिलाओं का रुतबा नहीं बढ़ रहा है। यह लगभग वैसा ही है कि जैसे फौज में बड़े पैमाने पर आजादी के पहले हिंदुस्तानी सिपाही तो […]
अभी हाल में देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अपने एक निर्णय में हाथ खड़े कर दिये तथा हताश होकर विद्वान न्यायाधीश ने कहा कि अब इस देश को अराजकता से भगवान भी नहीं बचा सकता। राजनेताओं द्वारा बड़ी तादाद में सरकारी बंगलों पर अवैध कब्जों की सुनवाई के दौरान न्यायाधीश ने यह हताशा जाहिर की। […]
अब्दुल सुभान उर्फ तौकीर, आतिफ उर्फ बशीर, साकिब निसार, मुहम्मद शकील, जिया उर रहमान और सैफ। आखिर इन सबके बीच समानता क्या है? दिल्ली, अहमदाबाद, बंगलुरू, जयपुर और वाराणसी में हुए बम विस्फोटों से इन सबका रिश्ता है। आतंक के खूंखार सौदागर होने के साथ-साथ इन सबमें एक और बड़ी समानता है। ये सब युवा […]
भारत-अमेरिकी असैन्य परमाणु समझौते ने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की मंजूरी के बाद इस दिशा में अपनी सबसे बड़ी बाधा को पार कर लिया है। सबसे बड़ी बाधा इसलिए कि इस सभा में किसी प्रस्ताव को पारित कराने के लिए दो तिहाई बहुमत की आवश्यकता होती है। प्रस्ताव पर हुए मतदान में इस प्रस्ताव के पक्ष […]
श्रृंगवेरपुर उत्तर-प्रदेश के जनपद इलाहाबाद की तहसील सोरॉंव में, इलाहाबाद शहर से तैंतीस किलोमीटर दूर इलाहाबाद-लखनऊ मार्ग पर मुख्य रोड से तीन किलोमीटर अंदर गंगानदी के किनारे स्थित है। राजस्व अभिलेखों में इसका नाम सिगरौर है। यहॉं ऋषि श्रृंगी (श्रृंगी) का आश्रम था (श्रृंगवेरपुर श्रृंगी ऋष्याक्षम, अध्यात्म रामायण टीका 5/7)। यहॉं ऋषि श्रृंगी एवं मॉं […]
भारतीय संस्कृति एवं पुराणों में तिथियों एवं वारों का विशेष महत्व है। इनमें साधक पूजा व दान करके अक्षयफल प्राप्त करता है। सोमवती अमावस्या, शनि अमावस्या, सोम प्रदोष, शनि प्रदोष, अगार की चतुर्थी, बुधाष्टमी, सूर्य सप्तमी आदि तिथियों का आना विशिष्ट-योग माना जाता है, जो संयोगवश ही आती हैं। धार्मिक अनुष्ठानों एवं शुभ कार्यों में […]
उस दिन मेरे पापा और हमारे परिवार के अन्य सदस्य बहुत प्रसन्न थे, जब मेरी मम्मी ने अपने गर्भवती होने की सूचना उन सब को दी थी। यहां तक कि मेरी दादी ने सब रिश्तेदारों को लड्डू भी बांटें, क्योंकि यह खुशखबरी दो सालों के लम्बे अन्तराल की निराशा के बाद मिली थी। दो साल […]
जापानी इंसेफलाइटिस (दिमागी बुखार) एक गम्भीर वाइरस जनित बीमारी है, जो मच्छरों के काटने से मनुष्यों में फैलती है। जलीय पक्षियों व चिड़ियों को काटा मच्छर यदि किसी व्यक्ति को काट ले तो वह इस बीमारी की चपेट में आ जाता है। इस बीमारी से ग्रसित लोगों में 30 प्रतिशत की मौत हो जाती है […]
वर्ष में दो-चार बार हमें सर्दी-जुकाम और खांसी आदि जकड़ लेती है, हम तुरंत ही दवा लेने के लिए डॉक्टर के पास दौड़े चले जाते हैं, थोड़ा सब्र-संतोष, विचार नहीं करते कि प्रकृति हमारे शरीर के अन्दर उत्पन्न विजातीय पदार्थों (दूषित पदार्थ, जो स्वेद, कफ के रूप में इकट्ठा हो गया है) को निकालने के […]
सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर (सैड) एक किस्म का डिप्रेशन है, जो हर साल एक ही समय व्यक्ति को अपना शिकार बनाता है। सैड होने पर व्यक्ति न सिर्फ डिप्रेशन के लक्षण प्रदर्शित करता है बल्कि उसे न समझ में आने वाली थकन भी महसूस होती है। विशेषज्ञों का कहना है कि जब दिन की रौशनी में […]