प्रायः देखने में आता है कि इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे हिंदी में काफी कमजोर होते हैं। हिंदी में वह वर्णमाला के अक्षरों के बीच के सूक्ष्म अंतर को नहीं समझ पाते। जिसकी मूल वजह उनकी हिंदी जैसे विषय में कम रुचि होना होता है। इसके अलावा कई स्कूल हिंदी जैसे विषय को […]
सिंघाड़े के आटे में घी डालकर अच्छी तरह भूरा होने तक भूनें। अब चीनी डालें व पानी डालकर, आँच धीमी करके बराबर चलाती जाएँ, ताकि गांठें न पड़ने पाएँ। एक थाली में घी लगा कर चिकना कर लें। हलवा जब गाढ़ा हो जाए और पानी न रहे, तब इसे थाली में जमा दें। ठंडा होने […]
रेस्टलैस सिंडोम (आरएलएस) से पीड़ित लोग इस डिसऑर्डर के कारण, न पसंद आने वाला सेन्सेशन अपनी टांगों में चढ़ता हुआ महसूस करते हैं। यह सेन्सेशन अक्सर बढ़ता ही जाता है, जब तक कि बर्दाश्त के बाहर न हो जाये और आखिरकार व्यक्ति को उठकर छोटी वॉक पर जाने की जरूरत पड़ती है। बेचैन करने वाला […]
अभिजीत नक्षत्र शारीरिक गठन – मध्यम कद, चुम्बकीय व्यक्तित्व, दीप्तिमान आभास तथा मनोहर अभिव्यक्ति होती है। स्वभाव एवं सामान्य घटना – जातक विद्वानों तथा अभिजात्य वर्ग में सम्मानित होता है। शिष्ट व्यवहार, धार्मिक, मृदुभाषी, महत्वाकांक्षी तथा आशावादी दृष्टिकोण वाला होता है। उसमें गुप्त विद्याओं को जानने की प्रवृत्ति होती है। प्रत्येक क्षेत्र में प्रसिद्घ होता […]
फटी हुई साड़ियों के किनारे निकाल कर, उन्हें सी कर मनचाहे थैले तैयार करें। ये थैले देखने में सुंदर और अत्यंत मजबूत व टिकाऊ होंगे। पुरानी पैंटों के थैले भी अच्छे बनते हैं। कपड़ों में बटन टॉंकने के उपरांत उसके धागों पर रंगहीन नेलपालिश की परत चढ़ा दें, इससे वे अधिक दिन तक रुकेंगे। – […]
पुस्तक : मन का सहज विज्ञान लेखक : बी. के. चन्द्रशेखर अनुवादिका : रचना भोला “यामिनी’ प्रकाशक : फ्युजन बुक्स, नई दिल्ली. इक्कीसवीं सदी में आदमी की जिन्दगी अति जटिल हो गई है । एक तो वह अपने जीवन का प्राकृतिक-विन्यास लगातार खोता जा रहा है, दूसरे तथाकथित “प्रगति और विकास’ की उसकी स्वकल्पित अवधारणा […]
आधुनिक परिवेश में किशोर ही नहीं बल्कि कम उम्र बच्चे भी शराब, डग्स तथा सेक्स इत्यादि से वाकिफ़ हो जाते हैं। बात केवल वाकिफ़ होने तक ही सीमित नहीं रहती बल्कि प्रायोगिक स्तर पर भी पहुँच सकती है। यह स्थिति घातक होती है। देखा जाये तो मात्र बच्चे या किशोर ही क्यों, यह बात तो […]
याद करिए, भारतीय क्रिकेट टीम का पिछला ऑस्टेलिया दौरा। ऑस्टेलियाई टीम अपने आक्रमक खेल, प्रतिद्वंदी को कुचल देने वाले मनोविज्ञान, अम्पायरों का मिलने वाला दुर्भाग्यपूर्ण साथ तथा मीडिया की राष्टभक्ति के कारण भारतीय टीम पर बहुत भारी थी। हालांकि दो टेस्ट बुरी तरह से हारने के बाद भारतीय टीम ने अपना जबरदस्त जुझारूपन दिखाते हुए, […]
डॉ. दीपक के. देसाई, डॉ. जयंत पटेल, आनन्द जॉन, सुभाष चन्दर और हरीश पटेल। …इन पांच लोगों में आखिर क्या समानता है? कई समानताएं हैं। सबसे पहले तो ये पांचों अमेरिका में रहने वाले अनिवासी भारतीय हैं। दूसरी समानता यह है कि इन लोगों ने भारत के छोटे-छोटे शहरों और गांवों से आकर अमेरिका में […]
संसार में पुरुषों का खतना होना तो आम बात है और फिर मुसलमानों में तो यह आवश्यक भी है, इसीलिये उनके यहां 10 साल की आयु में खतना करा दिया जाता है। 10 साल तक इसलिये कि दस वर्ष बाद बच्चा युवक होने लगता है और उसमें सेक्स की भावना जाग्रत होने लगती है। अब […]