ताना शाहा बने दूल्हा

ताना शाहा बने दूल्हा

ताना शाह को अब भी समझ नहीं आ रहा था कि यह सब क्या हो रहा है? अब्दुल्लाह ने आगे बढ़कर ताना शाह को गले से लगा लिया। ताना शाह को महल ले जाया गया और कुछ ही समय में वह शाही दामाद की तरह तैयार हो गया। शादी की तैयारियां पूरी हो चुकी थीं, […]

देवताओं की काश्त किया करते थे कुल्लू के लोग

देवताओं की काश्त किया करते थे कुल्लू के लोग

कुल्लू के लोग जमीन के औपचारिक बंदोबस्त से पहले देवताओं के मुजारे थे। ये लोग देवताओं की जमीन से अनाज पैदा करते थे और बदले में उन्हें कर देते थे। कुल्लू में देवताओं का इतिहास बहुत प्राचीन है। इन देवताओं की अपनी एक अनूठी व्यवस्था है। प्रत्येक गांव का एक प्रमुख देवता है। उसके आगे […]

पंचरतनी दाल

पंचरतनी दाल

सामग्री: 5 दालें (प्रत्येक 1/4 कप)- साबुत मूंग, साबुत मसूर, साबुत उड़द, चना दाल, अरहर दाल, 2 टेबलस्पून घी, शाहजीरा, बारीक कटा हुआ प्याज, 2 टीस्पून धनिया पाउडर, 1/2 टीस्पून लाल मिर्च पाउडर, 1/2 टीस्पून हल्दी, स्वादानुसार नमक। तड़का लगाने के लिए – 4 टेबलस्पून सफेद मक्खन, 4-5 ोंच बीन्स बारीक कटी हुई, टमाटर बारीक […]

लौकीकेकबाब

लौकीकेकबाब

सामग्री : कद्दूकसकीहुईलौकी, 1 कटोरीचनेकीदालतथामसूरकीदालमिलीहुई, 1/4 सूखीब्रेडकाचूरा, 1/2 कटोरीप्याज (बारीककटाहुआ), हराधनिया (बारीककटाहुआ), हल्दीपाउडर 1/2 चम्मच, गरममसाला 1/2 चम्मच, सूजी 1 चम्मच, लहसुनवअदरककुटीहुई, नमकस्वादानुसार, तलनेकेलिएतेल।   विधि : दालकोआधेघंटेतकभिगोकरकुकरमेंउबालनेकेलिएरखें।ठंडीकीहुईदालमेंसारेमसालेवकटीहुईमिर्च, प्याज, धनियापत्ता, सूजी, ब्रेडकाचूरा, कद्दूकसकीहुईलौकी -सभीकोमिलादें।कबाबकाआकारदें।अबतवेपरकबाबकोतलतीजाएँ।गरमागरमकबाबकोहरेप्याजकेसाथपरोसें।

शादगी के प्रतीक राजेन्द्र बाबू

शादगी के प्रतीक राजेन्द्र बाबू

डॉ. राजेन्द्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्टपति थे। उनकी सरलता, सौम्यता, नम्रता और प्रतिभा का सारा संसार लोहा मानता था। उनका जन्म 3 दिसम्बर, 1884 को बिहार के सारन जिले के जीरादेई गांव में हुआ। आपके पिता महादेव सहाय फारसी और संस्कृत के विद्वान थे। माता कमलेश्र्वरी अत्यधिक धार्मिक प्रवृत्ति की थीं। राजेन्द्र प्रसाद को […]

भानुमती का पिटारा

भानुमती का पिटारा

प्याज को पीसकर बालों पर लेप करने से बाल काले रंग के उगने शुरू हो जाते हैं। शरीर पर मस्से हो तो खट्टी सेब का रस मस्सों पर लगाने से मस्सों के छोटे-छोटे टुकड़े होकर जड़ से गिर जाते हैं। एक गिलास पानी में करीपत्ते उबालकर, उस पानी को पीने से मोटापा दूर होता है। […]

इंटरनेट शादियॉं तोड़ रही हैं मन और मानसिकता की हदें

इंटरनेट शादियॉं तोड़ रही हैं मन और मानसिकता की हदें

सदियों से भारतीयों का सबसे बड़ा पुरुषार्थ या दायित्व अपने बच्चों की शादियां करना रहा है। लोग अपने कॅरियर को लेकर कभी उतना परेशान नहीं होते, जितना अपने बच्चों की शादियों को लेकर चिंतित रहते हैं। शायद इसीलिए हिन्दुस्तानियों के बारे में कहा जाता रहा है कि वह अपने बच्चों की शादियों के लिए ही […]

छू कर मेरे तन को किया तुमने क्या इशारा…

छू कर मेरे तन को किया तुमने क्या इशारा…

कैसेनोवा के बारे में कहा जाता है कि उसने इटली के राजमहलों में हड़कंप मचा दिया था। उसके बारे में यह लोकप्रिय है कि यदि वह किसी महिला के साथ एक घंटा भी बिता लेता था तो वह उसकी दीवानी हो जाती थी। क्या सचमुच कोई ऐसा हो सकता है? सेक्स विशेषज्ञों के मुताबिक, विवाहित […]

मेरा स्कूल

मेरा स्कूल

हमारे समय में बड़ी कक्षाओं में तथा बोर्ड परीक्षा की कक्षाओं में बच्चों को एक विषय दिया जाता था- “मेरी पाठशाला’ या “मेरा स्कूल’ पर निबंध लिखो। अब तो निबंधात्मक प्रश्र्न्न बंद ही कर दिए गए हैं। अतः स्कूल के बारे में चिंतन भी बंद हो गया है। उन दिनों हम स्कूल पर जो कविता […]

ओटावा – रानी विक्टोरिया का प्रिय शहर

ओटावा – रानी विक्टोरिया का प्रिय शहर

दुनिया के दूसरे सबसे बड़े देश कनाडा की राजधानी बनने के लिए सन् 1857 में इसके कई शहरों के बीच दावेदारी थी; मांटियल, किंग्सटन, टोरंटो और क्यूबेक। लेकिन सेहरा बंधा ओटावा के सिर तो इसकी सबसे बड़ी वजह यह थी कि ओटावा ब्रितानी महारानी विक्टोरिया की पसंद था। कनाडा की राजधानी ओटावा, दक्षिण-पूर्व ओंटारियो प्रांत […]