दिमाग को विचलित रखने वाला योग है – राहु और गुरु का संयोग मूल नक्षत्र : 27 नक्षत्रों के क्रम में 19वें स्थान पर आने वाला यह नक्षत्र, राशि चा की कुल 360 डिग्री के 240.00 डिग्री से 253.20 डिग्री तथा धनु राशि के 0.00 डिग्री से 13.20 डिग्री के मध्य समाता है। मूल नक्षत्र […]
प्याज काटने से पहेले उसे ठंडे पानी में रखने से आँखें जलती नहीं हैं। मलाई में से मक्खन बनाने से पहले मक्खन में एक चम्मच पीसी हुई शक्कर डालने से मक्खन जल्दी तैयार होता है। हल्दी पाउडर, चने का आटा, दूध, नींबू का रस- सबका पेस्ट बना कर इस्तेमाल करने से चेहरे का कालापन दूर […]
पुस्तक : सृजन समर्पण की उत्तरशती संपादक : डॉ. रामचन्द्र तिवारी एवं अन्य प्रकाशन : सार्थक प्रकाशन, गौतम नगर, नई दिल्ली मूल्य : 130 रुपये मात्र। श्रीजीतेन्द्र नाथ पाठक एक विलक्षण व्यक्तित्व के कवि हैं। वे समस्त विश्व को काव्यमय बनाना चाहते हैं। उनके इस रागात्मक व्यक्तित्व को केवल एक हल्के-से हवा के झोंके के […]
जरा सोचिये, कल्पना कीजिए, अनंत शून्य में- जहॉं न तो गुरुत्वाकर्षण है और ना ही हवा का दबाव और ना ही पृथ्वी सरीखा वातावरण और अन्य वस्तुएँ। ऐसे में हवा में तैरते, अपने भार से भी मुक्त अर्थात भारहीन अवस्था में अपने साथी के साथ क्रीतिया करने पर कैसा अनुभव होगा? ऐसी बातें सुनने में […]
राजस्थान का इतिहास राजपूत बहादुरों के अभूतपूर्व एवं अद्भुत शौर्य-गाथाओं से भरा पड़ा है। उन असंख्य गाथाओं में से एक अत्यंत मार्मिक, अविश्र्वसनीय और अद्वितीय गाथा मैं आपके समक्ष प्रस्तुत करने जा रहा हूं। जिस प्रत्यक्षदर्शी ने इस लोमहर्षक घटना को देखा है, उसने बड़े भरोसे से इसका वर्णन एक प्राचीन हस्तलिखित ग्रंथ में किया […]
ग्लोबल वार्मिंग और मानवीय हस्तक्षेप बढ़ने से गंगा, गंगाधर (बाबा बर्फानी) और ग्लेशियर पर खतरा मंडरा रहा है। कहीं ऐसा न हो कि हालात और बदतर हो जाएं और आने वाले वर्षों में हम बाबा बर्फानी यानी बाबा अमरनाथ के दर्शन से वंचित हो जाएं। यही नहीं मोक्षदायिनी और मुक्तिदायिनी सदानीरा गंगा भी अन्य नदियों […]
कलाकार- गोविंदा, हंसिका मोटवानी, उपेन पटेल, आफताब शिवदासानी, सेलिना जेटली, किम शर्मा निर्देशक- गणेश आचार्य नृत्य-निर्देशक गणेश आचार्य ने अपनी पहली निर्देशित फिल्म “स्वामी’ से दर्शकों में काफी अपेक्षाएँ जगाई थीं। उनकी दूसरी फिल्म “मनी है तो हनी है’ इन आशा-अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतर सकी। इसका प्रमुख कारण है कमजोर कहानी। वैसे गोविंदा जाने-माने […]
एक पत्रकार को नेताजी का इंटरव्यू चाहिए था और नेताजी थे कि पकड़ में ही नहीं आ रहे थे। आये भी तो छूटते ही कह दिया, “”राजनीति पर बात नहीं करेंगे। राजनीति से संबंधित प्रश्र्न्नों के उत्तर नहीं देंगे।” पत्रकार सोचने लगा, तब हेडिंग कैसे बनेगी? मगर हेडिंग बनी और बहुत धांसू बनी! कैसे? नीचे […]
काबुल का नाम लेते ही जेहन में एक खौफनाक तस्वीर उभरती है। धूल भरी वीरान सड़कें, शहर के हर कोने में मौजूद खंडहर, दहशत़जदा लोग और गश्त लगाते अमेरिकी सैनिक। काबुल की छवि एक युद्घग्रस्त शहर की है। जहां हर पल ़खतरा मौजूद है। जहां जंग में स्थानीय कबीले हमेशा उलझे रहते हैं। लेकिन काबुल […]