मैं आज तक यह नहीं समझ पाया कि वह मेरी ज़िन्दगी का सबसे सौभाग्यशाली दिन था या मनहूस। शाम के पॉंच बजने वाले थे। लगभग सभी लड़कियॉं ट्यूशन पढ़ने के लिए आ चुकी थीं। मैंने बोर्ड पर कुछ लिखने के लिए व्हाइट बोर्ड मार्कर उठाया ही था कि मेरे कानों में एक अपरिचित, लेकिन मधुर […]
गोस्वामी तुलसीदास जी ने पाप को रोगों की जड़ माना है। कृतघ्नता को सबसे बड़ा पाप कहा है। यही पाप रोग के रूप में प्रकट होते हैं। “हनुमान बाहुक’ में बाहुपीड़ा से ग्रसित गोसाई जी 41 वें पद्य में कहते हैं – “”अनाथ तुलसी को दयासागर स्वामी रघुनाथ जी ने सनाथ करके अपने स्वभाव से […]
महापुरुषों का कथन है कि मनुष्य-जन्म श्र्वास लेने, भोजन करने, आहार पचाने, चिन्तन करने, अनुभव करने, जानने, इच्छा करने और ऐसे ही अन्य अनेक तथाविध कार्यों की प्रिाया मात्र नहीं है। जीवन पूर्णतया इन्हीं सब कार्यों के लिए तथा अन्त में बिना कुछ वास्तविक प्राप्त किये ही काल-कवलित होने के लिए नहीं मिला है। मानव-जन्म […]
विक्रम एक विवाहित कर्मचारी था, जिसे अपने ही ऑफिस की किरण नामक एक सुन्दर युवती से प्रेम हो गया, किन्तु ज्यों ही किरण ने एक अन्य युवा व कुंवारे युवक से विवाह कर लिया तो विक्रम को अपनी दुनिया वीरान लगने लगी। उसने अपनी पत्नी आशा व दो मासूम लड़कियों की भी परवाह न की […]
बड़े महानगरों में ही नहीं, छोटे शहरों में भी कामकाजी महिलाओं की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। कामकाजी महिलाओं को घर का काम करने के लिए नौकर-नौकरानियों पर निर्भर रहना पड़ता है। आजकल महानगरों में तो घरेलू नौकरों द्वारा नए-नए अपराधों को अंजाम दिया जा रहा है। घर के सदस्यों को खाने में […]
23 साल की रुचि की मां एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। रुचि कहती हैं, “मेरे लिए अपने माता-पिता से बढ़कर इस दुनिया में कोई और नहीं है। अपनी शिक्षा के दौरान ही मैंने तय कर लिया था कि अपने माता-पिता की पसंद से ही शादी करूंगी।’ इत्तेफाक से उसके एक सहपाठी के माता-पिता की ओर से […]
भले हम दुनिया में तेजी से उभरती आर्थिक महाशक्ति हों, भले भारत की आर्थिक विकास दर चीन के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा हो, लेकिन यह हैरान और शर्मसार कर देने वाली बात है कि दुनिया में 6 साल से कम उम्र के जितने भी बच्चे रक्ताल्पता के शिकार हैं, उनमें 75 फीसदी सिर्फ हिंदुस्तान […]
मेरी सहेली की बेटी गीतिका की शादी में सम्मिलित होनेे के लिए जब मैं समारोह-स्थल पर पहुंची तो असमंजस में पड़ गई कि किसी गलत समारोह में तो नहीं आ गई हूँ क्योंकि बाहर वधू का नाम गीतिका की जगह माधवी लिखा था। तभी मुझे गीतिका के पापा दिख गए तो लगा कि हूँ तो […]
जब तुम अपने काम का दमन करते हो, तो यह तुम्हें पागल करता है। तुम्हें मनोवैज्ञानिक उपचार की ़जरूरत है। जैविक प्रेम देर-सबेर तुम्हें पागल करेगा। तुम किसी भी मनोवैज्ञानिक के पास जा सकते हो, मनोविश्लेषक के पास जा सकते हो और वहॉं तुम जैविक प्रेम के रोगियों को देख सकते हो। आत्महत्याएं, बलात्कार, हत्याएं […]
जम्मू-कश्मीर के ताजा हालात इसी बात के संकेत दे रहे हैं कि अमरनाथ श्राइन बोर्ड को जमीन आवंटन के मुद्दे पर राज्य और केन्द्र सरकार पूरी तरह उलझ गई है। उसकी स्थिति कोई दो टूक फैसला करने की नहीं रह गई है। इस मुद्दे पर जिस तरह जम्मू और कश्मीर का सांप्रदायिक विभाजन हुआ है […]