दुनिया के हर देश का अपना ज्ञान है, अपनी संस्कृति है, अपना धर्म है। भारत का ज्ञान, भारत की संस्कृति, भारत का धर्म उसका वैदिक ज्ञान है। भारत की विश्र्व सत्ता का यही आधार है। इसी आधार पर भारत जगद्गुरु कहलाता है। अपने इसी वैदिक ज्ञान के उजाले से भारत पूरे विश्र्व को प्रकाशित करता […]
आपकी शैक्षणिक योग्यताएं शानदार हैं। अपने विषय पर आपकी कमांड है। शिष्ट हैं और इंटरव्यू के दौरान आपने इंटरव्यूअर पैनल को हर सवाल का संतोषजनक जवाब भी दिया है। तो क्या अब आपकी नौकरी पक्की समझी जाए? आंकलन और अनुमान का गणित कहता है कि हां। लेकिन जरूरी नहीं है कि यह हकीकत भी हो। […]
जब सभी क्षेत्रों में पुरानी मान्यताएं लगातार ध्वस्त हो रही हों, उस जमाने में भी एक क्षेत्र ऐसा है, जहां पुरानी मान्यताएं कतई पुरानी नहीं पड़ी हैं। यह क्षेत्र है, क्लासिक डांस या शास्त्रीय नृत्य का। शास्त्रीय नृत्य आज भी उतना ही शुद्घ और उतना ही प्राचीन है, जितना एक या दो सदी पहले हुआ […]
किसी भी व्यक्ति, समाज या देश के लिए शर्म की बात क्या हो सकती है, इस प्रश्र्न्न का सीधा उत्तर देना आसान नहीं है, फिर भी इतना तो कहा ही जा सकता है कि वह जिससे व्यक्ति, समाज या देश की प्रतिष्ठा पर आँच आती हो, जिससे स्थापित मूल्यों-आदर्शों का हनन होता हो, जिससे मानवीय […]
इस बार अमेरिकी राष्टपति चुनाव में इतिहास तो रचा ही जायेगा, राष्टपति चाहे कोई भी बने। मेक्केन यदि राष्टपति बनते हैं तो वह अमेरिकी इतिहास के सबसे बुजुर्ग राष्टपति होंगे। अमेरिका में मूल्य वृद्घि और इराक युद्घ के कारण बुश प्रशासन के विरुद्घ वातावरण है। इसके बावजूद यदि मेक्केन राष्टपति चुने जाते हैं तो यह […]
पहले से ही नक्सली हिंसा से ग्रस्त भारत में नेपाली माओवादियों की दस्तक से केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और पुलिस-प्रशासन के होश उड़ गए हैं। नेपाल में हथियार छोड़ कर संसदीय लोकतंत्र में शामिल हुए माओवादियों के प्रमुख नेता पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड से नाराज माओवादी भारत को अपना ठिकाना बनाने लगे हैं। माओवादियों […]
प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने लोकसभा में वैश्र्विक स्तर पर व्याप्त मंदी का प्रभाव भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी पड़ने की आशंका जताई है। लेकिन उन्होंने इस प्रभाव को अस्थायी माना है और देशवासियों को इसका मुकाबला करने को तैयार रहने को भी कहा है। उन्होंने देश को मजबूत बैंकिंग प्रणाली के प्रति आश्र्वस्त रहने का […]
विराट गायत्री परिवार के संस्थापक-संरक्षक आचार्य श्रीराम शर्मा का जन्म 20 सितम्बर, 1911 को ग्राम आंवलखेड़ा, आगरा, उत्तरप्रदेश में पं. रूपकिशोर शर्मा के घर हुआ। आपके पिताजी राजघराने के राजपुरोहित एवं भागवत कथाकार थे। बचपन से ही श्रीराम शर्मा का मन आध्यात्मिकता की ओर था। उनके पिता जहां कर्मकाण्ड और पण्डिताई के कारण पवित्रता का […]
मनुस्मृति की एक पंक्ति अक्सर उद्यृत की जाती है- पुत्रो रक्षति वार्धक्ये। यानी वृद्घावस्था में पुत्र रक्षा करता है। किसका? मनु की पंक्ति का उद्देश्य यह बताना है कि स्त्री का संरक्षण बाल्यावस्था में पिता द्वारा, यौवन में पति द्वारा और बुढ़ापे में पुत्र द्वारा किया जाता है। पूरा श्लोक इस प्रकर है- पिता रक्षति […]
अभी पूरी तरह से सुबह हो भी नहीं पायी थी कि बड़े साहब ने फॉरेस्टर साहब का दरवाजा बजा दिया। फॉरेस्टर साहब ने दरवाजा खोला और सामने अपने एमडीओ को देखा तो तुरंत सेल्यूट मारा और पूछा, “”सर कोई अर्जेन्ट काम है?” “”हॉं पुरी, हम सोच रहे थे आज तुम्हारे कूप में चलकर थोड़ा दौरा […]