कलाकार- सुशांत सिंग, कार्तिकादेवी राणे, रजत कपूर, मनदीप म़जूमदार, बृजेश हीरजी, दर्शन जरीवाला लेखक-निर्देशकः जयदीप वर्मा मल्टीप्लेक्स थियेटर्स की बुराइयॉं चाहे अनेक हों, पर इनसे एक काम जरूर अच्छा हो रहा है और वह अनोखे विषयों पर कम बजट में बनी फिल्मों को प्रदर्शित करना। लेखक-निर्देशक जयदीप वर्मा की फिल्म हल्ला इस बात की पुष्टि […]
बाबा जी का एक दर्जनिया बम-ब्लास्ट का जंतर-मंतर सुरक्षा-कवच अब पच्चीस-पच्चीस बम-ब्लास्टों के लिए कम पड़ता नजर आया तो प्रोफेसर शंकादीन के आतंकी भय ने उन्हें अपने घर में कैद कर दिया। लेकिन अब जब देश की आलाकमान से लेकर देश की आंतरिक सुरक्षा के निगहबान, मियां मुशर्रफ के इस्तीफे से विधवा नजर आने लगे, […]
जिस तरह सुल्तान अपने पिता और ससुर से भिन्न था, उसी तरह अब्दुल्लाह अपने पिता से बिल्कुल अलग था। एक संयमी, गंभीर पुत्र में पिता जैसी कोई बात नहीं थी बल्कि उल्टा वह तो ज़िन्दगी का हर म़जा उठाना चाहता था। अब्दुल्लाह अभी नाबालिग था और हयात उसके स्वभाव को अच्छी तरह जानती थी। उसके […]
शिंतो, जापान का देशज व राष्टीय धर्म है, लेकिन इसका नाम चीनी भाषा का है। चीनी में “शेन-ताओ’ देवताओं के मार्ग को कहते हैं। इसी “शेन-ताओ’ शब्द का संक्षिप्त व विकृत रूप है शिंतो। इस धर्म को जापानी में “कामी नोमीचीं’ भी कहते हैं। कामी का अर्थ है-शानदार, चमत्कारी, दिव्य आदि। कोई भी ची़ज या […]
हम सभी डरते हैं। डर के प्रकार पृथक-पृथक होते हैं और कारण भी। हम तमाम चीजों से डरते हैं, तमाम कामों से डरते हैं। कई बार अपने डरने का कारण स्पष्ट नहीं होता, फिर भी डरते हैं। कोई पत्र आया तो भी हल्का-सा डर कुछ लोगों में पैदा हो जाता है कि न जाने पत्र […]
सब कुछ ठीक चलने के बावजूद अचानक कुछ हो जाना, जिंदगी के रहस्य को उद्घाटित करता है। जिंदगी एक पहेली है, एक रहस्य है, इससे पार पाना आसान नहीं है। चूंकि इसकी अतल गहराई में दबी-छिपी अधिकांश चीजें दिखती नहीं हैं और जो दिखती हैं, उनसे किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सकता है, अतः […]
प्रभास को प्रभासगिरि और प्रभोसा भी कहा जाता है। यह इलाहाबाद शहर से उत्तर में लगभग पचास किलोमीटर पर मंझनपुर तहसील (जिला कौशाम्बी के अंतर्गत) में यमुना नदी के किनारे धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थल के रूप में विख्यात है। कौशाम्बी से इसकी दूरी दस किलोमीटर है। प्रभास क्षेत्र कभी वत्स साम्राज्य की राजधानी कौशाम्बी का […]
जब गांव-गांव हो उजियारा तब अपना भारत बनता है… इस प्रमोशनल सांग्स के जरिए सरकार गांवों को शहरों से जोड़ने की कोशिश कर रही है। सड़कें, बिजली, पानी, रोजगार और संचार इन्हीं साधनों के माध्यमों से गांवों को शहरों से जोड़कर एक नये भारत को बनाने की मुहिम जारी है। इस मुहिम में मोबाइल कंपनियां […]
जिस प्रॉपर्टी को किराये पर दिया गया है, उसकी देखभाल व टूट-फूट की मरम्मत कराने की जिम्मेदारी किसकी है? मालिक और किरायेदार के बीच विवाद का मुख्य-बिंदु यही रहता है कि किराये वाली जगह की मेंटेनेंस का जिम्मा किसका है? आमतौर से, बहुत कुछ इस बात पर निर्भर होता है कि पार्टियों के बीच आपसी […]
इंटरनेट शॉपिंग ने हमें यह सिखा दिया है कि जो कुछ हम हमेशा खरीदना चाहते थे, उसे अब सेकेंड हैंड भी खरीदा जा सकता है। मुहम्मद रफी के विनाइल एलपी रिकॉड्र्स से लेकर आईपोड्स और उनकी एक्सेसरी़ज तक सभी उपलब्ध हैं। बस आपको अपना दाम कोट करना है। लेकिन हर सेकेंड हैंड ची़ज अच्छी नहीं […]