मेहंदी के रंग

सारा घर मीठी-मस्ती भरी गहमागहमी में डूबा था। चप्पा-चप्पा रोशनियों से चमक रहा था और जर्रा-जर्रा देसी-विदेशी इत्र-परफ्यूम और फूलों की महक से महक रहा था। इस भीनी महक में एक और खास महक भी शामिल थी और वह थी घुली मेहंदी की महक, जिसे शुभा बड़े यत्न से तैयार कर रही थी। मलमल के […]

गुरु-शिष्य संबंध

गुरु समष्टि रूप से सचेतन होता है और यही कारण है कि वह एक गुरु है। गुरु समस्त प्रज्ञा और अनुभव के साथ समष्टि रूप से सचेतन होता है। शिष्य का मन व्यष्टि मन होता है, जो देश एवं काल से आबद्घ होता है। शिष्य अपने मन को गुरु के मन के अनुकूल बनाने का […]

गुरु पूर्णिमा

गुरु पूर्णिमा

भारतीय परम्परा में गुरु पूर्णिमा का बड़ा महत्व है। गुरु का अर्थ है- जो ज्ञान का मार्ग दिखाये और उस पर चलकर व्यक्ति आत्मसाक्षात्कार कर सके। पूर्णिमा का अर्थ है पूर्णता, समूची सृष्टि की, संचालक शक्ति की अर्थात् प्राकृतिक नियमों की पूर्णता में जागृति। इसका अर्थ यह हुआ कि गुरुपूर्णिमा मनाने का, उसमें सम्मिलित होने […]

भये प्रगट कृपाला

महाराज दशरथ द्वारा किया गया पुत्रकामेष्टि यज्ञ सफल हुआ। स्वर्ण पात्र में दिव्य हबि (पायस) लेकर अग्नि देव प्रकट हुए। महाराज दशरथ ने पायस को रानियों में उनकी योग्यतानुसार न्यायपूर्वक वितरित कर दिया। पायस का प्रसाद खाते ही रानियां गर्भवती हो गयीं। मानो इस प्रकार गर्भाधान की प्रिाया सम्पन्न हो गयी हो – एहि बिधि […]

बड़े उद्योग में तब्दील हुआ

अर्थव्यवस्था का तेज रफ्तार से विकास, भू-मंडलीकरण के चलते भारत में तेजी से बढ़ा विदेशी निवेश और मध्यवर्ग की आय में हुई बढ़ोत्तरी ने देश में शिक्षा के प्रति गंभीर रूझान पैदा किया है। इसकी स्वाभाविक वजह भी है, देश के लगभग सभी क्षेत्रों में पेशेवरों की मांग में नाटकीय बढ़ोत्तरी हुई है। इस सबके […]

स्त्री-पुरुष दोनों के लिए अनुमन्य

सम्पूर्ण मानव समाज में विविध धर्मों के अनुरूप विवाह एक धार्मिक संस्कार है। स्त्री-पुरुष के युगलबंदी सांस्कारिक जीवन को प्रायः दाम्पत्य-जीवन कहा जाता है। हमारे हिन्दू समाज में स्त्रियों को अखण्ड सौभाग्यवती बनने और सदा बने रहने के लिए नाना प्रकार के व्रत-पूजन, धर्माचरण व धार्मिक अनुष्ठान प्रचलित हैं। प्रायः स्त्रियां अपने नारी धर्म का […]

पति की लम्बी उम्र के लिए

विश्र्वास, प्रेम और पवित्रता की डोर से बांधता एक ईश्र्वरीय बंधन है-विवाह। कहते भी हैं कि जोड़ियां ऊपर से बनकर आती हैं, इसलिए इस बंधन की पवित्रता को भी देवतुल्य माना जाता है। यह बंधन हमेशा सुखद, अपनेपन और सुरक्षा का अहसास दिलाता है। इसमें समाहित दो जीव अर्थात पति-पत्नी में परस्पर अटूट प्रेम, एक-दूसरे […]

आधुनिक होता करवा चौथ

ये पंक्तियॉं करवा चौथ के व्रत वाले दिन शाम को होने वाली पूजा के समय पंजाबी सुहागिनें अपने हाथ में पकड़े हुए बायना (पूजावाला थाल, जिसमें मट्ठी, फल आदि होते हैं) के थाल को घुमाते समय गाती जाती हैं। इन सबके पास जल से भरा लोटा भी होता है। ये सात-आठ महिलाएँ एक घेरे में […]

अन्तरिक्ष तकनीकों के उपयोग

अन्तरिक्ष तकनीकों के उपयोग

हृदय-रोगियों के द्वारा प्रयोग किये जाने वाले पेसमेकर का विकास कभी भी मेडिकल क्षेत्र के लिए नहीं किया गया था, बल्कि इसका प्रयोग अंतरिक्ष की कक्षा में मुक्त रूप से घूम रहे उपग्रहों और प्रोबों के स्वास्थ्य मॉनीटरन के लिए किया गया था। पेसमेकर की मदद से हृदय-रोगी अपनी असामान्य हृदय धड़कनों के बावजूद स्वस्थ […]

रेखा शास्त्री से साक्षात्कार

प्रकृति ने जो भी निर्माण किया है वह सब सार्थक है। हाथ की रेखाएँ मनुष्य के जीवन में सभी समस्याओं के समाधान में पूरी तरह से सहायक हैं बशर्ते रेखाओं की जानकारी पूरी तरह से हों। रेखाएँ अपने भीतर कितने रहस्य लिये हुए हैं यदि रेखा विशेषज्ञ उनके बारे में विस्तार से बात करें तो […]

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