“”मम्मी मैं होस्टल में नहीं जाऊँगी… नहीं जाऊँगी… नहीं जाऊँगी”, अनु ने जिद करते हुए कहा। “”प्लीज अनु, समझने की कोशिश करो बेटी”, मैंने उसे समझाते हुए कहा। “”कहा ना, नहीं, याने नहीं” उसने ऊँचे स्वर में कहा। मैंने जोर से उसके गाल पर एक चांटा जड़ दिया, उसकी तरफ देखा तक नहीं और किचन […]
हरियाणा के महेन्द्रगढ़ जिले में नारनौल शहर के पश्र्चिम में आठ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ढोसी। प्राचीन समय में यहॉं सघन वन था। ढोसी की पहाड़ी हरियाणा में सबसे ऊँची पहाड़ियों में से एक है। आज यहॉं घने वन नहीं रहे, किन्तु इसके धार्मिक एवं ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए पहाड़ी की चोटी […]
भगवान तो सब के हैं, अभक्त के भी हैं। फिर लोग क्यों कहते हैं “भक्त के भगवान’? बात यह है कि लोग यह बात महसूस नहीं करते हैं कि भगवान उनके हैं। यह बोध केवल भक्त में होता है। इसीलिए ये भक्त के भगवान कहे जाते हैं। भक्त भगवान को इस अनुभूति से बॉंधे रहते […]
रेहड़ी वाला कुछ जाना-पहचाना लगा। मैं उसके पास पहुँचा तो उसने नमस्ते कहने के एवज में सिर हिला दिया। रेहड़ी वाले ने भी मुझे पहचान लिया था। मैंने फिर भी पूछ लिया, “”तुमने मुझे पहचान लिया लगता है?” “”बाबूजी, जो ग्राहक मेरे पास एक बार आ जाता है, मैं उसे भूलता नहीं। आप तो फिर […]
भारतीय रसोईघरों में खाना बनाने से उत्पन्न धुएं युक्त प्रदूषण के हानिकारक प्रभाव के मद्देनजर एनवायरोफिट ने यू.के. की कंपनी शैल फाउंडेशन के साथ सहभागिता कर, साफ-सुथरे बायोमास कुक स्टोव जारी करने की घोषणा की है। वैश्र्विक स्तर पर जाने-माने वैज्ञानिकों और इंजिनियरों की टीम द्वारा डिजाइन किये गये इस कुक स्टोव से 80 प्रतिशत […]
किसी जमाने में टू व्हील युवाओं की डीम सवारी होती थी। ऐसा नहीं है कि टू व्हील अब युवाओं के पैशन से बाहर हो गया है। टू व्हील का अभी भी युवाओं में ोज है, लेकिन वह स्टेटस सिंबल नहीं रहा। आजकल स्टेटस सिंबल फोर व्हील है, खासकर ऑफिस गोइंग युवाओं में। टू व्हील युवाओं […]
इस टेंड की शुरूआत सितारों ने की और अब यह आम-युवाओं में भी तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। सैलूनों में ऐसे युवा बड़े पैमाने पर आ रहे हैं, जो अपने छाती के बालों को बिल्कुल सफाचट करवाने की ख्वाहिश रखते हैं। हॉलीवुड सितारों के चाहने वालों को पता है कि सबसे पहले छाती के […]
इन दिनों कुछ काम-धाम था नहीं। सोचा, बैठे-ठाले एक प्रेस कांफ्रेंस ही कर डालें। वैसे भी ज्यादातर प्रेस कांोंसेज ऐसे ही ठाले-बैठे हो जाया करती हैं। मैंने पत्रकारों को निमंत्रण भेज दिये। शाम को प्रेस क्लब पहुँचा तो आश्र्चर्य के साथ देखा, नगर के सभी बड़े-बड़े दिग्गज पत्रकार उपस्थित हैं। केवल चाय और नमकीन पर […]
29 सितम्बर, 08 के मिलाप का संपादकीय “मोदी-फोबिया से ग्रस्त कांग्रेस’ सुचिन्तित, विश्र्लेषित सटीक एवं मूल समस्या की ओर इंगित करने वाला है। कांग्रेस को चुनाव पूर्व ऐसी सकारात्मक, कटु यथार्थ से परिपूर्ण आलोचनाओं का स्वागत करना चाहिए। ये उसकी सेहत के लिए आरोग्यवर्धिनी गुटिका तुल्य है। जिसकी ओर ध्यान देकर वह अपनी कमियों को […]
महात्मा गांधी जी की 139 वीं जयंती के अवसर पर अहिंसा परमोधर्म के साथ-साथ धूम्रपान पर भी प्रतिबंध लगाने का कानून पारित हुआ, जो एक अच्छा कदम है। जिस तरह से प्रतिबंध पारित हुआ उसी तरह से केन्द्र को चाहिए कि देश के सभी राज्यों में इसे सख्ती से लागू किया जाए। जहॉं कहीं भी […]